भंडारा का आयोजन करना एक सामाजिक, धार्मिक, और मानवीय उपक्रम है जो सामुदायिक एकता, सेवा, और सहयोग की भावना को प्रकट करता है। इस उत्सव को संचालित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए: 1. समुदाय की आवश्यकताओं का विश्लेषण:भंडारा का आयोजन करने से पहले समुदाय की आवश्यकताओं और संगठन की क्षमताओं का विश्लेषण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे आयोजक समझ सकता है कि किस प्रकार की सेवाएं और सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। 2. समय संबंधी व्यवस्था:भंडारा का समय और तारीख का चयन करते समय समाज की सामूहिक उपस्थिति का ध्यान रखना चाहिए। समुदाय के सभी Read More
भंडारा का सामाजिक महत्व: भंडारा का आयोजन एक सामाजिक उत्सव के रूप में किया जाता है जिसमें विभिन्न समुदायों के लोग एक साथ आकर भोजन करते हैं। यह समाज की एकता, सहयोग, और सामर्थ्य को बढ़ावा देता है। सामाजिक समर्थन, प्रेम, और सहयोग का एहसास कराने के साथ-साथ, यह अपने समुदाय के सदस्यों को एक-दूसरे के साथ अधिक जुड़ने का माध्यम भी प्रदान करता है। सेवा और समर्पण: भंडारा का आयोजन करने से एक व्यक्ति सेवा और समर्पण की भावना को प्रकट करता है। यह अपने समाज के सदस्यों के लिए एक उपहार की भाँति होता है, जिससे उनका भला Read More
भंडारे का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। यह एक धार्मिक अनुष्ठान है जिसमें लोग सामूहिक रूप से भोजन प्रसादी का आयोजन करते हैं और इसे सभी के साथ साझा करते हैं। भंडारे में भोजन करने वाले सभी लोग अपनी सामर्थ्य अनुसार अन्नदान करते हैं, और इसमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, अन्नदान को महादान माना गया है, और यह विश्वास है कि जो चीज हम दान करते हैं, परलोक में हमें वही वस्तुएं मिलती हैं। इसलिए, भंडारे के माध्यम से लोग गरीब और जरूरतमंदों को भोजन कराते हैं, जिससे शरीर और Read More
भंडारा, जिसे अन्नदान भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में अपने त्योहारों और उत्सव के दौरान आयोजित किया जाता है। इसके दौरान यज्ञ, हवन और भोजन प्रसादी का आयोजन किया जाता है। यह भोजन प्रसादी को भंडारा भी कहते हैं। भारत में त्योहारों पर समय-समय पर अलग-अलग स्थानों पर भंडारों का आयोजन किया जाता है, और भारत में बहुत से ऐसे मंदिर भी हैं जहाँ प्रतिदिन इस तरह के भंडारों का आयोजन किया जाता है। भंडारे का महत्व है क्योंकि यह सभी वर्गों के लोगों को एक साथ लाता है और समाज में समानता और भाईचारे का संदेश देता है। Read More
जी हां, यह एक गहरा और महत्वपूर्ण धारणा है। “भगवान भाव के भूखे होते हैं, वस्तु के नहीं” यह अर्थात् यह कि भगवान को हमारे मन में और हमारे भावनाओं में रूचि होती है, न कि उन्हें चीजों की आवश्यकता होती है। इसका एक उदाहरण है कथा में जो कहती है कि एक बार एक योगी ने ध्यान के दौरान भगवान से प्रार्थना की कि वह उनकी भक्ति को प्रसन्न करें और उन्हें अपने साकार रूप में दर्शन दें। भगवान ने उनकी प्रार्थना सुनी और उन्हें अपने दरबार में बुलाया। योगी ने अपनी भक्ति के साथ दरबार में प्रवेश किया, Read More
मंगलमान अभियान के अंतर्गत पूजित मुर्तियों के सम्मान विर्सजन हेतु एक विचार गोष्ठी का अयोजन आज मंगलमान संस्था, एस०एस० डी० पब्लिक स्कूल, मोटर वाहन सहकारी समिति लि. तथा महावीर सेना के संयुक्त तत्ववधान मे पूजित मूर्तियों के ससम्मान विसर्जन विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन एस० आर० कालोनी, एल्डिगो रिगालिया आईआईएम रोड लखनऊ में किया गया। मंगलमान संस्था के संस्थापक डॉ. राम कुमार तिवारी ने अपने संबोधन में बताया कि दीपावली तथा अन्य मूर्तिपूजन के अवसर पर हम लोग जिन मूर्तियां का पूजन करते हैं वे मिट्टी की पकी हुई होती है या प्लास्टर आफ पेरिस की होती है Read More
मंगलमान का यह अभियान किसी भी सामाजिक कार्य के विशालतम और अति कठिन कार्यों में से एक कार्य है जिसका निष्पादन जन सहयोग के समन्वय से जितनी स्वच्छता और सुंदर तरीके से संपन्न कराया जा रहा है वह अयोजकों की दूरदृष्टि और कृतसंकल्प का परिणम है ! माननीय नगर निगम का सहयोग भी सोने में सुहागा जैसा दायित्व वहन कर रहा है! यदि संक्षेप में कहें तो सार यहीं है कि एक विशाल सामाजिक कार्य सामाजिक सहयोग से कितनी सुंदरता से किया जा सकता है यह सिद्ध हुआ है! एक और बेहतरी के लिए इस अनुभव की समीक्षा की जानी Read More
दिनांक 23.11.2023 दिन बृहस्पतिवार को श्री गणेश गौरी शंकर मंदिर ट्रस्ट की तरफ से गणेश विहार कॉलोनी में श्री गणेश गौरी शंकर मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन का कार्यक्रम भली भांति संपन्न हुआ! इस कार्यक्रम में गणेशविहार कॉलोनी कल्याणपुर शंकर पूर्व वार्ड प्रथमके स्थानीय निवासियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। उन सभी के मन में मंदिर निर्माण की बात सुनकर बहुत ही हर्ष व उत्साह था. सभी उपस्थित लोगों ने यज्ञ में आहुति डाली व आरती की तथा ईश्वर से मंदिर जल्दी निर्माण होने की प्रार्थना की. यज्ञ में उपस्थित समस्त भक्त जनों का कोटि-कोटि नमन! आपकी उपस्थिति व सहयोगी Read More
मंगलमान अभियान अंतर्गतपर्यावरण अनुकूल विसर्जन पर नवयुग कन्या महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में खंडित और पुरानी मूर्तियों को दीपावली के पश्चात् ससम्मान विसर्जन का संकल्प लिया गया।दीपावली के बाद सड़कों, पेड़ो के नीचे यहां वहां लोग मूर्तियां रख देते है जिससे आस्था का उपहास तो होता ही है साथ ही पर्यावरण की क्षति भी होती है। इसको ध्यान में रखते हुये जन जागरण का कार्य मगलमान द्वारा चलाया जा रहा है। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए मंगल सेवक व्यापारी नेता संदीप बंसल ने सभी से आग्रह किया कि अपने यहां पूजित मूर्तियों को मंगलमान अभियान के अंतर्गतनिर्धारित केंद्रों Read More
मंगलमान अभियान की बैठक आज राजाजीपुरम क्षेत्र में आयोजित हुई है। समाज के विभिन्न वर्गों के विभिन्न सामाजिक संगठनों के और विशेष रूप से मंगलमान अभियान के सहयोगी इस बैठक में शामिल है। हम लोग महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन इस समय सबसे बड़ा जो चर्चा का विषय है वह इस त्यौहार में हम अपने आराध्य अपने देश अपने अपने इष्ट की मूर्तियों को अनादर होने से बचाएं और उन मूर्तियों को यथोचित स्थान पर विसर्जित करें। लखनऊ की बैठक है मंगल मान अभियान की। लेकिन लखनऊ से प्रारंभ होकर पूरे देश और हर सनातनी तक यह Read More