“Happiness doesn’t come from getting everything you want, it comes from sharing what you have.” Under the scope of our project, project.sarthak, we conducted our third charity drive on 27th February, 2021. We visited Barigawa, Lucknow and distributed necessary clothes and other essential goods required by the underprivileged present there. This was our last winter clothes drive. Since the inception of our organization we’ve distributed more than 500 clothings to the underprivileged. The residents of the place praised our initiative and encouraged our decision to continue helping the underprivileged in every possible way. (Selected members of our core team attended Read More
mask4all@india project has been providing free masks to under privileged persons. For the distribution of masks to needy project coordinator Dr Praveen Tandon who is a physician in Lucknow associated himself with Mangalman abhiyan. Let’s know more about the project mask4all@India…. Fact- We can only get over the Corona crisis by minimising the person to person transmission till effective vaccine is developed. By our wearing a face mask a healthy human is not that much protected from COVID as much as when a Corana patient or a silent carrier of the disease is wearing a face mask. We cannot remain Read More
कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने के बाद भी कोरोना के प्रभाव से मुक्त होना शेष रह जाता है जिसके लिये फिजियोथेरपी काफी कारगर है। SGPGI के डॉ ब्रिजेश त्रिपाठी जी ने मंगलमान एवं सेवा भारती द्वारा आयोजित 5th मंगल संवाद कार्यक्रम में पोस्ट कोरोना मैनेजमेंट में फिजियोथेरपी की भूमिका पर विस्तार से चर्चा किया और लोगो के शंकाओ का निवारण किया।
मंगलमान अभियान के अंतर्गत सेवा भारती, लखनऊ महानगर के साथ मिलकर COVID-19 Helping Hands- मंगल संवाद का चौथा इंटरैक्टिव सत्र दिनांक 5 मई 2021, को शाम 5:00 बजे से ऑनलाइन माध्यम ज़ूम से आयोजित किया। इस कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ के रूप में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की ओर से डॉ0 वेद प्रकाश एवं पी जी आई के डॉ0 गौरव पांडेय ने परामर्श प्रदान किया।
सर्वप्रथम डॉ प्रभात कुमार पांडे ने कोविड-19 वायरस के संदर्भ में अपने विशिष्ट विचार साझा किए। उन्होंने अपने संगठन एनएमओ के बारे में लोगों को बताया जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आनुषांगिक संगठन है, एनएमओ की कार्यप्रणाली एवं उसके द्वारा किए जाने वाले सराहनीय कार्यों से भी उनके द्वारा अवगत कराया गया। डॉ प्रभात ने कोविड-19 की दूसरी लहर के बारे में बताते हुए कहा कि वायरस का यह स्वरूप पिछले वर्ष के स्वरूप से काफी अलग है। उन्होंने कहा कोविड सार्स वायरस का यह न्यूटन स्ट्रेन है क्योंकि यह एक आरएनए वायरस है इसलिए इसकी सभी चीजें परिवर्तित Read More
ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले प्रथम मङ्गल को ही “बड़ा मङ्गल” कहते हैं। वर्ष २०२१ में ज्येष्ठ का प्रथम मङ्गलवार ०१ जून को पड़ रहा है। इस दिन को लखनऊवासी बड़े ही धूम धाम से श्रद्धा पूर्वक “बड़ा मंगल” के रूप में मनाते है। इस बार का “प्रथम बड़ा मंगल” कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को पड़ रहा है जिसमें चंद्र धनु राशि में स्थित है एवं धनिष्ठा नक्षत्र होने के कारण अत्यंत ही शुभ योग प्रवर्तक है। पूजन के लिए शुभ योग 13 मई रात्रि 1:39 तक है। इस योग से देश का धन यश और कीर्ति बढ़ेगी। न्याय Read More
मंगलमान अभियान की मूल में निहित राष्ट्र मंगल की भावना इस अभियान को सतत प्रेरणा एवं ऊर्जा प्रदान करती है। कोरोना काल में जहां सामान्य जनजीवन लगभग थम सा गया है, वही इस महामारी ने जन सामान्य के मनोबल को बहुत बुरी तरह प्रभावित किया है। कोरोना के मरीजों की विस्फोटक रूप से बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य सेवाएं अत्यंत दबाव में है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया और सोशल मीडिया जैसे मंच पर चल रही अधिकांश नकारात्मक सूचनाओं ने जन सामान्य में और अधिक डर एवं भय का माहौल निर्मित किया है। उक्त नकारात्मक स्थितियों के बीच मंगलमान अभियान ने Read More
भारतीय दर्शन में स्वास्थ्य को सर्वोपरि स्थान दिया गया है, स्वास्थ्य को सबसे बड़ी पूंजी कहा गया है। जब भारतीय जनसामान्य में सुखों की चर्चा होती है तो हमेशा कहा जाता है की ‘पहला सुख-निरोगी काया’ अर्थात सुख का पहला पायदान शरीर का स्वस्थ होना माना गया है। आज कोरोनाकाल में यह वाक्य संपूर्ण विश्व के लिए प्रासंगिक हो गया है। आधुनिकता की अंधी दौड़ और अर्थ की प्रधानता ने स्वास्थ्य जैसे हम अहम विषय को कहीं पीछे छोड़ दिया है। बहुतायत में लोग लाइफ़स्टाइल डिजीज की गिरफ्त में आकर भी इस अंधी दौड़ में दौड़े जा रहे हैं। कोरोना Read More
मंगलवार का भंडारा हम सभी स्वेच्छा से धार्मिक अनुष्ठान के साथ सेवा भाव को ध्यान में रख कर करते हैं इसमें हमारा स्वयं का भाव बिहित होता है किसी अन्य के दबाव के कारण हम नहीं करते साथ ही हम इसके निमित्त धन का समर्पण भी करते हैं ! भंडारे पर हम बहुत व्यय करते है पर स्वच्छता पर बिलकूल ध्यान नहीं देते शाम तक भंडारा स्थल जो दृश्य प्रस्तुत करता अत्यंत कष्टकर होता ! उक्त बाते विवेकानंद केंद्र से जुड़े एवं समाधान फाउंडेशन के सचिव श्री अरुणेंद्र कुमार श्रीवास्तव जी ने मंगलमान अभियान के उत्तर भाग, लखनऊ की योजना Read More