दिनांक: 10 जून से 25 जून स्थान: ऑनलाइन प्रतिभागी: 9 से 14 वर्ष के बालक-बालिकाएँ विभिन्न प्रदेशों से कार्यक्रम का विवरण: 1. उद्घाटन: मंगलमान समर कैंप (मंगलशाला) का आयोजन 10 जून से 25 जून के मध्य किया गया। नियमित रूप से भाग लेने वाले प्रतिभागियों को ऑनलाइन सेशन में प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। 2. स्वागत भाषण: मंगलशाला की कोऑर्डिनेटर ऐशिका मनु ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की जानकारी दी। 3. गतिविधियाँ: क्रिएटिव एक्टिविटी: प्रतिभागियों ने अपनी पसंद की कविता, कहानी लिखी या ड्राइंग बनाई। कुकिंग स्किल एक्टिविटी: बच्चों ने घर के काम करने और कुछ Read More
लखनऊ का बड़ा मंगल विश्व में लखनऊ की एक अलग ही पहचान दिलाता है। इस पहचान को परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए 77 साल की उम्र में भी नौजवानों को फुर्ती के साथ 2 माह का भंडारा लगाती है श्रीमती राधा मेहता। आज मंगलमान संयोजक डॉक्टर कुमार तिवारी ने श्रीमती मेहता एवम उनकी टीम का अभिनंदन किया। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रो0 तिवारी ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज श्रीमती मेहता एवम उनकी टीम को सम्मानित करते हुए अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है। उनकी टीम मंगलमान आग्रह के अनुरूप भंडारे Read More
दिनांक 25 मई 2024 को ज्येष्ठ के बड़े मंगल के आयोजनों को प्रभावी बनाने हेतु नगर निगम कार्यालय के मुख्य हॉल में शाम 3:30 बजे एक बैठक आयोजित की गयी. जिसमें मुख्य अतिथि लखनऊ के नगर आयुक्त श्रीमान इंद्रजीत सिंह जी रहे. बैठक में मंगलमान के संयोजक प्रो0 राम कुमार तिवारी ने बताया कि गत वर्ष कि भांति इस वर्ष भी ज्येष्ठ माह के बड़े मंगलों का आयोजन एक महापर्व के रूप में किया जायेगा. इस वर्ष 4 बड़े मंगल जो क्रमशः 28 मई, 4 जून, 11 जून और 18 जून को पड़ रहें हैँ, को एक भव्य तरीके से Read More
महिलाओं की सहभागिता भंडारों में न केवल एक समुदाय के लिए सोशल जस्टिस की प्रक्रिया है, बल्कि यह उन्हें स्वतंत्रता, स्वावलंबन, और आत्म-सम्मान की भावना प्राप्त करने में मदद करता है। इसके माध्यम से, हम सामाजिक परिवर्तन और महिला सशक्तिकरण की प्रक्रिया को गहराई से समझ सकते हैं। महत्वपूर्ण कदम: समाज की समृद्धि: महिलाओं की सहभागिता भंडारों में समाज की समृद्धि और सामाजिक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से, महिलाएं समाज में अपनी आवाज को सुनाती हैं और समुदाय के निर्णायक प्रक्रियाओं में भाग लेती हैं। यह उन्हें अपने अधिकारों को समझने और संरक्षित करने Read More
भंडारा का आयोजन करने के लिए स्थान का चयन सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों, संगठन की योजना और सामाजिक उद्देश्यों के आधार पर किया जाता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण स्थानों की चर्चा की जा सकती है: 1. समुदाय केंद्र:भंडारा को समुदाय के केंद्र में आयोजित किया जा सकता है, जैसे मंदिर, गुरुद्वारा, चर्च, या मस्जिद। यहां परिसर में प्रदान की गई जगह और संगठन की सुविधाओं का उपयोग किया जा सकता है। 2. सामुदायिक हॉल या सभागार:सामुदायिक हॉल या सभागार भंडारा का आयोजन करने के लिए एक अन्य उपयुक्त स्थान हो सकता है। यहां बड़े समूहों को समाहित किया जा सकता Read More
भंडारे में कड़ी पकोड़ा एक लोकप्रिय और पसंदीदा व्यंजन है, जिसे लोगों के बीच खास तौर पर पसंद किया जाता है। इसके कई कारण हो सकते हैं जो इसे भंडारे के लिए उत्तम बनाते हैं। स्वादिष्ट और पौष्टिक: कड़ी पकोड़ा स्वादिष्ट होता है और पौष्टिक भी होता है। यह एक मिलाजुला और आकर्षक स्वाद प्रदान करता है जो लोगों को खुश करता है। लोकप्रियता: कड़ी पकोड़ा एक पूरे क्षेत्र में लोकप्रिय है। इसकी लोकप्रियता के कारण, इसे बंदुकों में भंडारे में शामिल किया जाता है। आसानी से बनाया जा सकता है: कड़ी पकोड़ा तैयार करना आसान होता है। इसे बनाने Read More
बड़ा मंगल, सनातन धर्म में ज्येष्ठ मास के दौरान मनाया जाने वाला एक विशेष पर्व है। यह पर्व हनुमानजी को समर्पित होता है और इसे उत्तर प्रदेश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। साल 2024 में बड़ा मंगल की तारीखें इस प्रकार हैं – पहला बड़ा मंगल: 28 मई 2024 – दूसरा बड़ा मंगल: 04 जून 2024 – तीसरा बड़ा मंगल: 11 जून 2024 – चौथा बड़ा मंगल: 18 जून 2024 इस दिन हनुमानजी की पूजा अर्चना की जाती है और लोग दान-पुण्य करते हैं। इस पर्व को मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं हैं, जिनमें से एक Read More
भंडारा का आयोजन करना एक सामाजिक, धार्मिक, और मानवीय उपक्रम है जो सामुदायिक एकता, सेवा, और सहयोग की भावना को प्रकट करता है। इस उत्सव को संचालित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए: 1. समुदाय की आवश्यकताओं का विश्लेषण:भंडारा का आयोजन करने से पहले समुदाय की आवश्यकताओं और संगठन की क्षमताओं का विश्लेषण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे आयोजक समझ सकता है कि किस प्रकार की सेवाएं और सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। 2. समय संबंधी व्यवस्था:भंडारा का समय और तारीख का चयन करते समय समाज की सामूहिक उपस्थिति का ध्यान रखना चाहिए। समुदाय के सभी Read More
भंडारा का सामाजिक महत्व: भंडारा का आयोजन एक सामाजिक उत्सव के रूप में किया जाता है जिसमें विभिन्न समुदायों के लोग एक साथ आकर भोजन करते हैं। यह समाज की एकता, सहयोग, और सामर्थ्य को बढ़ावा देता है। सामाजिक समर्थन, प्रेम, और सहयोग का एहसास कराने के साथ-साथ, यह अपने समुदाय के सदस्यों को एक-दूसरे के साथ अधिक जुड़ने का माध्यम भी प्रदान करता है। सेवा और समर्पण: भंडारा का आयोजन करने से एक व्यक्ति सेवा और समर्पण की भावना को प्रकट करता है। यह अपने समाज के सदस्यों के लिए एक उपहार की भाँति होता है, जिससे उनका भला Read More
भंडारे का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। यह एक धार्मिक अनुष्ठान है जिसमें लोग सामूहिक रूप से भोजन प्रसादी का आयोजन करते हैं और इसे सभी के साथ साझा करते हैं। भंडारे में भोजन करने वाले सभी लोग अपनी सामर्थ्य अनुसार अन्नदान करते हैं, और इसमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, अन्नदान को महादान माना गया है, और यह विश्वास है कि जो चीज हम दान करते हैं, परलोक में हमें वही वस्तुएं मिलती हैं। इसलिए, भंडारे के माध्यम से लोग गरीब और जरूरतमंदों को भोजन कराते हैं, जिससे शरीर और Read More