प्रभु श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास हुआ। इस वनवास काल में श्रीराम ने कई ऋषि-मुनियों से शिक्षा और विद्या ग्रहण की, संपूर्ण भारत को उन्होंने एक ही विचारधारा के सूत्र में बांधा, लेकिन इस दौरान उनके साथ कुछ ऐसा भी घटा जिसने उनके जीवन को बदल कर रख दिया।जाने-माने इतिहासकार और पुरातत्वशास्त्री अनुसंधानकर्ता डॉ. राम अवतार ने श्रीराम और सीता के जीवन की घटनाओं से जुड़े ऐसे 200 से भी अधिक स्थानों का पता लगाया है, जहां आज भी तत्संबंधी स्मारक स्थल विद्यमान हैं, जहां श्रीराम और सीता रुके या रहे थे। वहां के स्मारकों, भित्तिचित्रों, गुफाओं आदि स्थानों Read More
लखनऊ के सुप्रसिद्ध व पारम्परिक ज्येष्ठ माह में श्री बजरंगबली के विधिवत पूजन व मंगल आरती व इस अवसर पर किए जाने वाले भंडारे की अपनी बहुत बड़ी प्रतिष्ठा है जिससे सारे भक्त प्रसाद पाकर अभिभूत हो जाते हैं। ज्येष्ठ माह के दिव्तीय मंगल के ऐसे शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा “विधि भूषण” से विभूषित आदरणीय डा. वी. जी गोस्वामी जी पूर्व विभागाध्यक्ष विधि विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय, श्री तेजस्वी गोस्वामी जी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय गोस्वामी सभा रजि दिल्ली, संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष “परिवर्तन और हम” व पूर्व विभागाध्यक्ष “सतर्कता” भारत सरकार रक्षा मंत्रालय सा. उपक्रम रक्षा उत्पादन विभाग, Read More
अखिल भारतीय ब्रह्म समाज द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी जेष्ठ माह के प्रत्येक मंगलवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें संगठन के प्रत्येक सदस्य एवं पदाधिकारी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है इसी क्रम में प्रथम मंगलवार 17 मई 2022 को पंडित राम प्रसाद बिस्मिल चौराहे पर भंडारे का आयोजन श्री देवेंद्र शुक्ल के सहयोग से किया जाएगा। 24 मई 2022 को रविंद्र पल्ली में श्री जे पी पांडे जी के सहयोग से भंडारे का आयोजन किया गया है। 31 मई 2022 को श्री एसएन पांडे जी के सहयोग से एपी पैलेस हिंद नगर Read More
पुण्यतिथि विशेष सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,देखना है ज़ोर कितना बाजूए कातिल में है. इन पंक्तियों के रचयिता, राम प्रसाद बिस्मिल, उन महान क्रांतिकारियों में से एक थे जो देश की आजादी के लिये अंग्रेजी शासन से संघर्ष करते शहीद हुए थे. उन्होंने वीर रस से भरी हुई, लोगों के हृदय को जोश से भर देने वाली अनेक कविताएं लिखीं. उन्होंने देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिये अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया.महान क्रान्तिकारी और प्रसिद्ध लेखक रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर गांव में हुआ था. Read More
लखनऊ। आज महापौर संयुक्ता भाटिया ने दीपावली के पश्चात वर्ष भर पूजी गई लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों को ससम्मान विसर्जित करने हेतु फोन कर मंगलमान की टीम को आलमबाग के सिंगार नगर स्थित अपने आवास पर बुलाकर सपरिवार, ससम्मान लक्ष्मी- गणेश की मूर्तियां भू विसर्जित करने हेतु समर्पित की। महापौर ने बताया कि अक्सर दीपवाली के पश्चात विभिन्न धार्मिक स्थलों, पेड़ के नीचे, डिवाइडर, चौराहों पर और नदी किनारे पुरानी मूर्तियों को लोग लावारिस छोड़ जाते है, जो बाद में खंडित होकर कूड़े के ढ़ेर, गाड़ियों के पहियों के नीचे अथवा नदियों किनारे अपमानित होती है, जिनका विधि विधान से विसर्जन Read More