​बड़ा मंगल आयोजकों का सम्मान- बनेंगे पंच परिवर्तन के माध्यम

लखनऊ, 30 जुलाई 2025: लखनऊ की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पहचान, “बड़ा मंगल” के सफल आयोजन में सराहनीय योगदान देने वाले मंगल सेवकों के सम्मान में सेंट्रल अकैडमी, आशियाना में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया। “मंगलमान अभियान” के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन आयोजकों, स्वयंसेवकों और समाजसेवियों को सम्मानित करना था, जिन्होंने इस महान परंपरा को जीवंत बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के सफल आयोजन में सेंट्रल अकैडमी परिवार, विशेषकर प्रधानाचार्या श्रीमती गरिमा जोशी जी, श्री सूर्यकांत मिश्र जी और उनके स्टाफ का सहयोग सराहनीय रहा।

​समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के क्षेत्र संपर्क प्रमुख आदरणीय श्री मनोज जी और विशिष्ट अतिथियों में पूर्व मंत्री श्री संदीप बंसल, पूर्व महापौर और मंगलमान की संरक्षक श्रीमती संयुक्ता भाटिया, मंगलमान अभियान के अध्यक्ष श्री गणेश ताम्रकार, पूर्व राज्य मंत्री नानक चंद लखमानी, राष्ट्रीय सेविका समिति की क्षेत्र प्रचारिका शशि दीदी, माननीय सरदार रणजीत सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस गरिमामय समारोह में अभियान के ट्रांस गोमती संयोजक श्री हनुमंत सिंह जी, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्री श्याम जी त्रिपाठी, पूर्व पार्षद कमलेश सिंह, डॉ अनंत प्रकाश श्रीवास्तव, सुरेश छबलानी, माननीय संजय श्रीवास्तव (संघ चालक), प्रो. निधि बाला, प्रो. मीता रानी, श्री प्रदीप बत्रा जी, नरेंद्र ग्रोवर , श्री डी सी चंदानी समेत अन्य कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने भी शिरकत की।

​मंगलमय वातावरण

​पूरे सभागार को भक्ति और उत्साह से भरते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ वीणा श्रीवास्तव जी और उनकी टीम द्वारा सामूहिक हनुमान चालीसा के पाठ से हुआ। इसकी शुरुआत शंखनाद के साथ हुई, जिसकी जिम्मेदारी धर्मेंद्र अवस्थी जी और उनकी टीम ने संभाली। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कीर्ति नेहा ने श्री अजीत जी के सहयोग से किया। डॉ. नेहा ने कार्यक्रम की प्रस्तावना में कहा कि “मंगलमान ‘मैं’ से ‘हम’ बनने का अभियान है। यह सही अर्थों में परिवर्तन लाकर ‘मुस्कुराइए कि हम लखनऊ में हैं’ की भावना को साकार करना चाहता है। यदि मंगल सेवक संकल्प कर लें, तो स्वच्छ और सुंदर शहर का स्वप्न साकार हो सकता है।”

​कार्यक्रम के संयोजन में कार्यकर्ताओं की पूरी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्री अजीत जी ने सर्वव्यवस्था प्रमुख के रूप में और श्री नवल जी ने सहयोगी के रूप में पूरे कार्यक्रम को व्यवस्थित किया। प्रवेश द्वार पर अतिथियों का स्वागत श्री अनंत जी ने सपत्नीक किया। पंजीकरण का कार्य श्री रवि भूषण पाठक जी और श्री सूर्यमणि त्रिपाठी जी ने संभाला।

​मंच सज्जा का कार्य श्री आलोक दीक्षित, श्री शिखर त्रिवेदी, श्री प्रफुल्ल राय, श्री विपिन शर्मा और श्री नवल पांडे की टीम ने किया। हनुमान चालीसा गायन में श्रीमती वीणा श्रीवास्तव जी के साथ 10 बहनों की टीम शामिल थी। पुष्प वर्षा का कार्य कर्मवीर जी, गोविंद जी और प्रदीप जी ने संभाला। समारोह का समापन हनुमान चालीसा की टीम द्वारा राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें “मंगल से राष्ट्र मंगल” की भावना प्रबल रूप से प्रकट हुई।

​अतिथियों के प्रेरणादायक वक्तव्य

​इस समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों ने “बड़ा मंगल” और “मंगलमान अभियान” की सराहना करते हुए अपने विचार व्यक्त किए, जो समाज में सेवा और सद्भाव का नया संदेश लेकर आए।

​राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संपर्क प्रमुख श्री मनोज जी ने अपने संबोधन में “बड़ा मंगल” को केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सेवाभाव का प्रतीक बताया। उन्होंने मंगलमान अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान पंच परिवर्तन का माध्यम बनकर समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहा है। श्री मनोज जी ने पंच परिवर्तन के पांच प्रमुख बिंदुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला:

  • स्व का भाव का जागरण: उन्होंने कहा कि अभियान व्यक्ति को केवल अपने लिए सोचने से ऊपर उठकर समाज के लिए सोचने की प्रेरणा देता है। यह स्वार्थ से परमार्थ की ओर बढ़ने का मार्ग दिखाता है, जिससे प्रत्येक व्यक्ति अपने भीतर छिपी सेवा भावना को जागृत कर सके।
  • कुटुंब प्रबोधन: उन्होंने जोर दिया कि समाज की सबसे छोटी इकाई, परिवार, को संस्कारवान बनाना अति आवश्यक है। मंगलमान अभियान इस दिशा में काम करता है कि हर घर में सकारात्मकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना का संचार हो।
  • समरसता: श्री मनोज जी ने बताया कि यह अभियान समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाने का कार्य कर रहा है। बड़ा मंगल जैसे आयोजनों में सभी लोग जाति, धर्म और आर्थिक स्थिति से परे होकर एक साथ आते हैं, जो सामाजिक समरसता का उत्कृष्ट उदाहरण है।
  • पर्यावरण संरक्षण: उन्होंने पर्यावरण की सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण कर्तव्य बताया। अभियान द्वारा किए जा रहे ‘ई-विसर्जन’ और ‘पौधों के भंडारे’ जैसे प्रयासों की उन्होंने सराहना की और कहा कि यह प्रकृति के प्रति हमारे दायित्व को दर्शाता है।
  • नागरिक कर्तव्य: अंत में, उन्होंने कहा कि यह अभियान प्रत्येक नागरिक को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है। स्वच्छता बनाए रखने, सार्वजनिक संपत्ति का सम्मान करने और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित करता है, जो एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक है।

​पूर्व महापौर और मंगलमान की संरक्षक श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने अपने कार्यकाल में शुरू हुए इस अभियान को एक “ईश्वरीय कार्य” बताया। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि वह प्रारंभ से ही इस अभियान से जुड़ी रहीं और उन्हें इसके साथ लगातार जुड़े रहने का अवसर मिला। खासकर विसर्जन का विषय, जो उनके हृदय के बहुत ही करीब है, उस पर जब काम प्रारंभ हुआ तो उन्हें लगा कि यह वास्तव में समाज की सही सेवा है, जिसमें हम अपने देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का भी सही तरीके से सम्मान करते हैं। इसी क्रम में उन्होंने मंगल सेवकों से आग्रह किया कि वे आगे आएं और इस प्रकार के अभियान को और बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि “मंगलमान अभियान का उद्देश्य केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज के हर तबके तक सेवा का भाव पहुंचाना है।” उन्होंने कोविड-19 काल में मंगलमान अभियान द्वारा किए गए राहत कार्यों का विशेष उल्लेख किया, जिनमें जरूरतमंदों तक भोजन और आवश्यक सामग्री पहुँचाई गई थी। उन्होंने इन प्रयासों को “आधुनिक समाज सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण” बताया और कहा कि यह अभियान कठिन समय में भी मानवता की सेवा का संदेश देता है।

​पूर्व मंत्री श्री संदीप बंसल ने समाज के निस्वार्थ सेवकों के सम्मान को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा, “हर दिन मंगल हो, हर मंगल बड़ा मंगल, और बड़े मंगल से राष्ट्र मंगल हो, अर्थात मंगल से राष्ट्र मंगल का भाव ही मंगलमान है।” उन्होंने अभियान के अंतर्गत लिए गए कार्यक्रमों पर चर्चा करते हुए कहा कि मंगलमान अभियान के कारण लखनऊ के भंडारों की व्यवस्था में एक सकारात्मक परिवर्तन दिखाई दे रहा है। भंडारा आयोजकों में जागरूकता आई है और वे स्वयं ही अपने भंडारों पर स्वच्छता और पर्यावरण अनुकूलता की पहल करते हुए दिख रहे हैं। श्री बंसल ने इस बात पर जोर दिया कि “जैसे-जैसे और आयोजक इस अभियान से जुड़ते जाएंगे, वैसे-वैसे बड़े मंगल का प्रभाव एवं विस्तार बढ़ता जाएगा।” उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा, “कोई भी आयोजक अपने अभिनंदन के लिए आयोजन नहीं करता, परंतु यह समाज का दायित्व है कि ऐसे लोगों को चुन-चुनकर उनका सम्मान करे, जिससे औरों को भी प्रेरणा मिल सके।” उन्होंने व्यापार मंडल द्वारा लगाए जाने वाले पर्यावरण अनुकूल भंडारों की सराहना की और कहा कि “सबके मंगल का भाव ही मंगलमान है।” उन्होंने ‘ई-भंडारा’ और ‘ई-विसर्जन’ के तहत किए जा रहे स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण एवं जनजागरूकता के प्रयासों को भी सराहा। उन्होंने इस अभियान से जुड़कर अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि ऐसे कार्य समाज की दिशा को सकारात्मक रूप से बदलते हैं।

​मंगलमान अभियान के संयोजक डॉ. रामकुमार तिवारी ने अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह “सामाजिक उत्थान, पर्यावरण जागरूकता एवं युवाओं की सहभागिता” का मंच बन चुका है। उन्होंने ‘ई-विसर्जन’ और ‘युवा शक्ति जागरण’ जैसी नवाचारी पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों में मंगलमान के प्रयास से बड़े मंगल का आयोजन 70 शहरों और 11 देशों में शुरू हुआ है। डॉ. तिवारी ने गर्व के साथ बताया कि पिछले कुछ समय में 6.50 लाख से अधिक मूर्तियों का सम्मानपूर्वक विसर्जन किया गया है और 500 से अधिक युवाओं को इंटर्नशिप के अंतर्गत प्रशिक्षित कर मंगल कार्यों से जोड़ा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि “हर मंगल, बड़ा मंगल हो” के अंतर्गत 430 से अधिक ई-भंडारों का आयोजन हुआ है, जिसमें 1.25 लाख से अधिक लोगों तक जन जागरण का संदेश पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि यह मंगल सेवकों के प्रयासों का प्रतिफल है कि आज लखनऊ स्वच्छता में तीसरे पायदान पर पहुँचा है और उन्होंने लोगों से इसे पहले स्थान पर लाने की अपील भी की।

​कार्यकर्ताओं का योगदान और भावी दिशा

​इस भव्य समारोह की सफलता के पीछे अनेक कार्यकर्ताओं का अथक परिश्रम था। मंगलमान अभियान के कोष अध्यक्ष डॉ. अनंत श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों, स्वयंसेवकों और आयोजकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विशेष रूप से अजीत जी, प्रफुल्ल राय, वीणा श्रीवास्तव, धर्मेंद्र अवस्थी, शिखर त्रिवेदी, विपिन शर्मा, आलोक दीक्षित, पंकज मिश्रा, आलोक गुप्ता, रवि भूषण पाठक, सूर्य मणि त्रिपाठी, नवल पांडे एवं पूरी टीम के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिनके अथक प्रयासों से यह आयोजन सुंदर स्वरूप में हो सका। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इन प्रयासों से अभियान को और गति मिलेगी। उन्होंने आस्क अस फाउंडेशन का भी विशेष आभार जताया जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण हेतु पौध भंडारा लगाया।

​कार्यक्रम में श्री राजीव अग्रवाल, आकाश गौतम, सनद गुप्ता, योगेश शर्मा, आरपी सिंह, संतोष पांडे, डीसी चंदानी जी, प्रदीप बत्रा जी (व्यापार मंडल), एसके पाठक जी (प्रिया वेलफेयर सोसाइटी), विपिन शर्मा जी (इंडियन हेल्पलाइन समिति), नरेंद्र ग्रोवर (धर्म कर्म मोक्ष समिति) आलोक गुप्ता जी सहित अनेक प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया। प्रसाद वितरण का कार्य प्रफुल्ल जी और विपिन जी ने संभाला। फोटोग्राफी की जिम्मेदारी पंकज मिश्रा जी, संजय निधि जी और नवल जी ने संभाली।

​यह समारोह न केवल लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत “बड़ा मंगल” के प्रति समर्पण था, बल्कि सामाजिक सद्भाव, सेवाभाव, पर्यावरण संरक्षण एवं युवाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने का एक सशक्त प्रयास भी रहा। इस आयोजन ने साबित किया कि परंपरा और आधुनिकता का सामंजस्य ही समाज के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करता है। यह समारोह मंगलमान अभियान की सफलता और भविष्य की संभावनाओं का एक प्रमाण था, जिसमें ‘मंगल से राष्ट्र मंगल’ का संदेश गूंज रहा था।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जिन महानुभावों का विशेष शारीरिक, मानसिक, आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ, उनके प्रति हम हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। प्रदीप बत्रा जी, विक्की लखमानी जी, मुक्तिनाथ सिंह जी, डी सी चंदानी जी, प्रोफेसर मीता रानी जी, एसके पाठक जी, वीणा श्रीवास्तव जी, सुरेश छबलानी जी तथा अर्चना एवं आलोक गुप्ता जी के अमूल्य सहयोग के बिना यह आयोजन संभव नहीं हो पाता। आपका उदार समर्थन ‘मंगलमान अभियान’ के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण रहा है। हम इस निस्वार्थ सहयोग के लिए आपके बहुत-बहुत आभारी हैं।

कार्यक्रम फोटो गैलरी लिंक

https://photos.app.goo.gl/iJ2jDcxvYuuhgjfa6

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मंगलमान अभियान के अंतर्गत आयोजित अभिनंदन समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों की सूची:

वीणा श्रीवास्तव, सुषमा श्रीवास्तव, आशा सक्सैना, रितु उपाध्याय, आंजना रोहित, रीना चतुर्वेदी, साधना सिंह, शालिनी श्रीवास्तव, राधा पांडे, आलोक गुप्ता, अर्चना गुप्ता, कमलेश वर्मा, देवेंद्र सिंह, संत शरण त्रिवेदी, रत्ना गुप्ता, नरेंद्र ग्रोवर, रेनू वर्मा, डॉ. आनंद प्रकाश श्रीवास्तव, रमेश शुक्ला, श्री विकास सक्सेना, मनीष वर्मा, देवेंद्र नाथ त्रिपाठी, एस.के. पाठक, अनन्या पांडे, मनोज कुमार, सुधा जी, अजय मिश्रा, धर्मेंद्र अवस्थी, आयुष्मान शुक्ला, साजन मिश्रा, शिवम गुप्ता, सुनील दीक्षित, हरि कुमार, मनोज कुमार सिंह, सत्या सिंह, सी.पी. तिवारी, अनुराग सिंह, उदित कृष्णा, अनुज श्रीवास्तव, अनुभव सिंह, संजय निधि अग्रवाल, करणवीर सिंह, प्रफुल्ल राय, सूरज मणि अवस्थी, रितेश राय, प्रतीक शुक्ला, सुनील ठाकुर, अखिल राय, अनुराग जी, बी.एन. त्रिपाठी, रणवीर सिंह, विश्वत रंजन, वीरभान सिंह, राकेश पांडे, प्रशांत दीक्षित, विवेक दीक्षित, ए.के. गुप्ता, कमलेश सिंह (पूर्व पार्षद), मनोज सिंह, श्याम जी त्रिपाठी, अखिलेश दीक्षित, अमरेंद्र सिंह, शालू सिंह, धीरज कुमार सिंह, सुनीता यादव, ममता शुक्ला, अमित साहू, गोस्वामी सत्येंद्र भारती, राधा पांडे, नेहा श्रीवास्तव, राकेश शर्मा, अनुज गौतम, अभिषेक कुमार, कशिश कुमारी, कीर्ति नेहा, आदित्य शुक्ला, सतीश जुगराल, राजेंद्र कुमार शुक्ला, मूलचंद शुक्ला, ओम प्रकाश पांडे, रंजीत कुमार चौधरी, रचित श्रीवास्तव, पी.एम. पांडे, राजेश उपाध्याय, राकेश रंजन मिश्रा, राजेश गुप्ता, डॉ. निधि वाला, विनोद कुमार मिश्रा, प्रदीप कुमार तिवारी, पायल गुप्ता, अर्चना गुप्ता, सर्वज्ञ सिंह, अविनाश जी, शशि दीदी, मोहित जी, संजय श्रीवास्तव, जयंती सिंह, श्रीमती संगीता भाटिया, कर्मेंद्र सिंह, शुभम पांडे, विशाल केसरवानी, कपिल देव पांडे, कुसुम लता पांडे, अर्णव, विपिन शर्मा, एम.एन. पांडे, ओम सिंह, डॉ. नीरज तिवारी, नमिता राय, आकाश गौतम, सुरेश कृपलानी, अनिल अग्रवाल, मयंक कुमार सिंह, मनीष अवस्थी, शैलेश तिवारी, आलोक दीक्षित, पंकज मिश्रा, प्रफुल्ल राय, संजय श्रीवास्तव, सुरेश छबलानी, अनुज गौतम, रवि भूषण पाठक, राजीव अग्रवाल, उमेश चंदना, अजीत जी, शेष मणि त्रिपाठी शिखर, रमेश शुक्ला, प्रदीप बत्रा, दिनेश कुमार पाल, सुनीता बाजपेई, गणेश शंकर मिश्रा, प्रशांत पुरवार, पंकज कनौजिया, अनुज शुक्ला, कुलदीप भाटिया, प्रोफेसर मीता रानी, गोविंद सिंह, अजीत पांडे, वेद रतन श्रीवास्तव, आरती सिंह, शैलेंद्र सिंह, अभिषेक जी, दीपेंद्र सिंह, रवि मिश्रा, पी.के. मिश्रा, विनय कुमार पांडे, डी.सी. चांदनी, पतंजलि सिंह यादव, गगन शर्मा, एडवोकेट राधा सिंह, एडवोकेट अखिल त्रिपाठी, राम रामसहाय दुबे, उमाकांत त्रिपाठी, निर्मल दुबे, एस.पी. दीक्षित, पीयूष शुक्ला, कप्तान पंकज मिश्रा, ऐशिका मनु।

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