लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत एवं आध्यात्मिक परंपरा “बड़ा मंगल” के सफल आयोजन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले ट्रांस गोमती के आयोजकों, स्वयंसेवकों एवं समाजसेवियों के सम्मान में आज सिटी क्लब, कुर्सी रोड पर एक गरिमामयी एवं उत्साहवर्धक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह समारोह “मंगलमान अभियान” के तत्वावधान में भारतीय जन उद्योग व्यापार मंडल द्वारा संयोजित किया गया, जिसमें सामाजिक सरोकारों, सांस्कृतिक संरक्षण एवं जनजागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले “मंगल सेवकों” को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया गया। अभिनंदन समारोह के ट्रांस गोमती के संयोजक हनुमंत सिंह जी ने कार्यक्रम के संयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ कीर्ति नेहा ने संचालन करते हुए कहा कि मंगलमान मैं से हम बनने का अभियान है, यह सही अर्थों में परिवर्तन लाकर मुस्कुराइए की हम लखनऊ में है कि भावना को साकार करना चाहता है। अगर मंगल सेवक संकल्प कर ले तो स्वच्छ एवं सुन्दर शहर का स्वप्न साकार हो सकता है।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक माननीय कौशल जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में पूर्व मंत्री श्री संदीप बंसल, पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, एमएलसी पवन सिंह चौहान, मंगलमान अभियान संयोजक डॉ. रामकुमार तिवारी, व्यापार नेता नानक चंद लखमानी, श्री एस. डी. सिंह बैसवारा, देवेंद्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता नंदित्य श्रीवास्तव, प्रशांत भाटिया, सुरेश छबलानी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ से हुआ, जिसने पूरे सभागार को आध्यात्मिक उल्लास से भर दिया। सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री उमेश चांदना ने भक्ति रस से सराबोर मधुर गीतों की प्रस्तुति दी, जिसने उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें “मंगल से राष्ट्र मंगल” की भावना प्रबल रूप से झलकी।
75 वर्षीय श्रीमती राधा मेहता, जो लगातार दो महीनों से निरंतर भंडारे का आयोजन कर रही हैं, को उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
श्रीमती अनीता श्रीवास्तव ‘आख्या’, जिन्होंने मंगलमान अभियान के लिए प्रेरणादायक गीत की रचना की, को भी मंच से सम्मानित किया गया।
ट्रांस गोमती क्षेत्र के 500 से अधिक मंगल सेवकों का अंग वस्त्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर समाधान पर्यावरण द्वारा जल संरक्षण पर एक प्रभावी प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें जल के महत्व, वर्षा जल संचयन तकनीक और जल स्रोतों के संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाई गई। साथ ही, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया, जहाँ उपस्थित लोगों का रक्तचाप, मधुमेह और सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
कार्यक्रम में एक आदर्श ई भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सात्विक एवं पौष्टिक भोजन वितरित किया गया। इस भंडारे में हनुमान चालीसा की पुस्तिका एवं “मंगल सीड्स बॉल” (पर्यावरण अनुकूल बीज गोले) को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया, जिससे आध्यात्मिकता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिला।
माननीय कौशल जी ने अपने संबोधन में “बड़ा मंगल” को लखनऊ की सांस्कृतिक धरोहर बताते हुए कहा कि यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता एवं सेवाभाव का प्रतीक है। उन्होंने कोविड-19 काल में मंगलमान अभियान द्वारा किए गए राहत कार्यों की सराहना करते हुए इसे “आधुनिक समाज सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण” बताया।
पूर्व मंत्री श्री संदीप बंसल ने कहा कि “समाज के निस्वार्थ सेवकों का सम्मान नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है।” उन्होंने बड़ा मंगल के तहत किए जा रहे स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण एवं जनजागरूकता के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक भंडारी व्यापारिक द्वारा लगाए जाते हैं। व्यापारियों को सामने भामाशाह को अपने आदर्श के रूप में रखना चाहिए जिन्होंने की राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना कुछ न्योक्षावर कर दिया। हम भी अपने परिश्रम से जो कुछ भी अर्जित करते हैं उसका एक भाग अपने देश और समाज को जरूर देना चाहिए यही मंगलमान की सीख है।
मंगलमान संयोजक डॉ. रामकुमार तिवारी ने अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह “सामाजिक उत्थान, पर्यावरण जागरूकता एवं युवाओं की सहभागिता” का मंच बन चुका है। उन्होंने “ई-विसर्जन” (पर्यावरण अनुकूल विसर्जन) एवं “युवा शक्ति जागरण” जैसी नवाचारी पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों में मंगलमान के प्रयास से बड़े मंगल का आयोजन 70 शहरों और 11 देश में प्रारंभ हुआ है साथ ही पिछले कुछ समय में 6:50 लाख से अधिक मूर्तियों को सम्मान विसर्जित किया गया है। 500 से भी अधिक युवाओं को इंटर्नशिप के अंतर्गत प्रशिक्षित कर मंगल कार्यों से जोड़ा गया है। हर मंगल बड़ा मंगल हो, इसके अंतर्गत 430 से अधिक ई भंडारों का आयोजन हुआ है जिसमें 1.25 लाख से अधिक लोगों तक जन जागरण का मंगलमान संदेश पहुंचाया गया है।
मंगलमान अभियान के अध्यक्ष एवं प्रख्यात वास्तुकार श्री गणेश ताम्रकार ने सभी अतिथियों, स्वयंसेवकों एवं आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “यह अभियान समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर रहा है और इसकी सफलता सभी के सहयोग से ही संभव हुई है।” योग कुलम के कार्यकर्ताओं और स्वस्ति वाचन करने वाले बटुकों के प्रति भी कृतज्ञता जताई जिनके कारण कार्यक्रम में सुंदर वातावरण का निर्माण हुआ। उन्होंने विशेष रूप से भारतीय जन कल्याण उद्योग व्यापार मंडल के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया जिनके अथक परिश्रम के परिणाम स्वरूप यह आयोजन सुंदर स्वरूप में हो सका और विश्वास व्यक्त किया की उनके प्रयासों अभियान को गति मिलेगी।
कार्यक्रम में प्रफुल्ल राय, डॉ सी के मिश्रा, डॉ. अनंत श्रीवास्तव, मोहित वर्मा, राजीव अग्रवाल, आकाश गौतम, विवेक राय चौधरी, संजय शुक्ला, पवन पराशर, सत्यव्रत पांडे, डॉ प्रदीप सिंह, योगेश द्विवेदी, अवधेश विश्वकर्मा, शिवपाल सिंह, अजय सिंह, पवन कश्यप, भुवन जी, प्रेम सिंह, कन्हैया जी, डी के सिंह, राजेश शर्मा, पी चक्रवर्ती, सर्वेश बाजपेई, मनीष जायसवाल, भानु सिंह, सुनील जी, रवि तिवारी कमलेश, पवन पाराशर, विपिन शर्मा, नवल पांडे, शुभम वर्मा, आलोक गुप्ता, सुरेंद्र सिंह, डॉ. आलोक कृष्णा, अनुनेंद्र श्रीवास्तव, शेष मणि त्रिपाठी, तनय श्रीवास्तव, मीना पांडे, के के श्रीवास्तव, हास्य योगी शिव राम मिश्रा, लक्ष्मण पात्रा, मनोज मिश्रा सहित अनेक प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया।
यह समारोह न केवल लखनऊ की सांस्कृतिक विरासत “बड़ा मंगल” के प्रति समर्पण था, बल्कि सामाजिक सद्भाव, सेवाभाव, पर्यावरण संरक्षण एवं युवाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने का एक सशक्त प्रयास भी रहा। इस आयोजन ने साबित किया कि परंपरा और आधुनिकता का सामंजस्य ही समाज के समग्र विकास का मार्ग है।