बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा का विशेष फल पाने के लिए प्रात:काल सूर्योदय से पहले उठें और स्नान ध्यान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करके लाल रंग के आसन पर बैठकर विधि-विधान से हनुमत उपासना करें. हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी पूजा में लाल रंग का पुष्प विशेष रूप से चढ़ाएं.
मंगलवार को सुबह सुबह स्नान करके हनुमान जी की प्रतिमा के सामने लाल फूल चढ़ाकर, रोली चंदन का टीका लगाकर, सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ करें और विधि विधान से पूजा अर्चना करें. मंगलवार के व्रत में सायंकाल भोजन का प्रावधान है इस दिन मीठा भोजन करना चाहिए.
बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा पूर्व अथवा दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके करें. मान्यता है कि श्री हनुमान जी ने अपनी शक्तियों का सबसे ज्यादा प्रदर्शन दक्षिण दिशा में किया था, इसलिए विशेष मनोकामना की पूर्ति या फिर बड़े संकट को टालने के लिए बड़ा मंगलवार के दिन दक्षिणमुखी हनुमान जी की उपासना जरूर करें.
बड़ा मंगल के पावन पर्व पर हनुमान जी का विशेष आशीर्वाद पाने के लिए विशेष रूप से सिंदूर का चोला और प्रसाद में मोतीचूर का लड्डू या बूंदी का प्रसाद अवश्य चढ़ाएं.
मान्यता है कि श्री हनुमान जी की सच्चे मन से साधना-आराधना करने पर वे अपने भक्तों की मुराद को पूरा करने के लिए दौड़े चले आते हैं. ऐसे में बड़ा मंगल के महापर्व पर श्री हनुमान जी के गुणों का गुणगान करने वाली हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए. अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के बड़ा मंगल पर हनुमान चालीसा का सात बार विशेष रूप से पाठ करें.
श्री हनुमान जी की पूजा में हनुमान चालीसा की तरह सुंदरकांड, हनुमानाष्टक, बजरंग बाण का पाठ करने पर भी साधक के जीवन में सब मंगल ही मंगल होता है.