ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलो को बड़ा मंगल कहते है। जेठ माह आमतौर पर अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से मई जून में पड़ता है। इस समय गर्मी अपने प्रचंड रूप में होती है। इसी समय में शरीर को पानी की भी ज्यादा जरूरत होती है। लखनऊ में सैकड़ो वर्षों से बड़ा मंगल के अवसर पर हनुमान भक्तो के द्वारा भंडारा एवं प्याऊ लगाने की परंपरा रही है। मंदिरो को खूब सजाया जाता है। भक्तगण बजरंगबली को पूजा अर्चना कर प्रसाद वितरण का कार्य करते है। विशेष बात यह है कि इस परंपरा की शुरुआत लखनऊ से हुई और यह Read More
कार्यक्रम सूचनाएं
दिनांक: 10 जून से 25 जून स्थान: ऑनलाइन प्रतिभागी: 9 से 14 वर्ष के बालक-बालिकाएँविभिन्न प्रदेशों से कार्यक्रम का विवरण: 1....
लखनऊ का बड़ा मंगल विश्व में लखनऊ की एक अलग ही पहचान दिलाता है। इस पहचान को परंपरा को आगे बढ़ाने...
दिनांक 25 मई 2024 को ज्येष्ठ के बड़े मंगल के आयोजनों को प्रभावी बनाने हेतु नगर निगम कार्यालय के मुख्य हॉल...
महिलाओं की सहभागिता भंडारों में न केवल एक समुदाय के लिए सोशल जस्टिस की प्रक्रिया है, बल्कि यह उन्हें स्वतंत्रता, स्वावलंबन,...
भंडारा का आयोजन करने के लिए स्थान का चयन सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों, संगठन की योजना और सामाजिक उद्देश्यों के आधार...