पुरानी/खंडित प्रतिमाओं का सम्मान भू विसर्जन अभियान

मान का आग्रह :
हम वर्ष भर जिन प्रतिमाओं का पूजन करते हैं, पुरानी या खंडित होने पर विसर्जित करने की जगह इधर – उधर रख देते हैं। दीपावली के अवसर पर धर्म संकट अधिक होता है। इससे देवी देवताओं का अपमान तो होता ही है …हमारी आस्था का उपहास भी होता है। साथ ही हम महत्वपूर्ण धार्मिक कर्म विसर्जन से होने वाले ‘ मंगल ‘ से भी वंचित रहते हैं।
पर्यावरण की चिंता :
विसर्जन में पर्यावरण की चिंता भी प्रमुख विषय है। प्लास्टर ऑफ पेरिस, जहरीले रसायन, रंग और चीनी मूर्तियों के कारण यह समस्या गंभीर हो गई है।
परंतु ‘ मंगलमान अभियान ‘ के अन्तर्गत हम आपके क्षेत्र के निर्धारित केंद्र से प्रतिमाओं को सुसज्जित वाहन से ले जाकर पवित्रता और सम्मान के साथ विसर्जित करेंगे।
निवेदन है कि…

– अपने क्षेत्र के केंद्र कि जानकारी www.mangalman.in से लेकर वहां प्रतिमाएं पहुंचाकर उनका मान करें। भू – विसर्जन कर आपके मंगल का मान हम करेंगे।
सारी समस्या का हल …मिट्टी, गोबर और धातु से बनीं प्रतिमाएं
  • अपमान, उपहास और पर्यावरण के साथ राष्ट्र मंगल के लिए सबसे अच्छा है कि मिट्टी, गोबर से बनीं प्रतिमाएं प्रयोग की जाएं।
  • गमले, क्यारी और मोहल्ले में सामूहिक विसर्जन के आयोजन किए जाएं।
    -धातु से बनीं प्रतिमाएं भी महत्वपूर्ण हल है।
  • मोहल्लों में विसर्जन समितियां बनाएं और हमें 9415755950 पर सूचित करें, हम आपसे संपर्क करेंगे और समिति अथवा मंगलमान कार्यकर्ता को बेवसाइट पर सूचीबद्ध करेंगे। दीपावली के अवसर पर ऐसे बढ़ेगा अभियान :
  • शहर के लगभग सभी मुहल्लों में किसी प्रमुख मंदिर को केंद्र बनाया गया है।
  • सुसज्जित वाहन प्रत्येक नगर में उद्घोषणा करेंगे कि अमुक स्थान पर ही प्रतिमाएं रखें।
  • पत्रक बांटकर भी नगरवासियों से आग्रह किया जाएगा।

सामान्य खर्च वहन कर कोई भी अपने नाम पर पत्रक तैयार करा सकता है। उद्घोषणा में भी अपना नाम घोषित कराया जा सकता है।

  • निर्धारित स्थानों पर प्रतिमाएं एकत्रित हो जाने के बाद अभियान की ओर से सुसज्जित वाहन भक्ति पूर्ण भाव के साथ वहां से उन्हें उठाकर सामूहिक सम्मान भू विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा। …ताकि सर्वत्र मंगलमान हो।

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