लखनऊ का बड़ा मंगल एक विशेष महत्त्वपूर्ण और अनूठा पर्व है, जिसे महापर्व घोषित करने के कई कारण हैं:

  1. धार्मिक महत्व: बड़ा मंगल का पर्व भगवान हनुमान को समर्पित है जो लखनऊ में प्रारंभ हुआ और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में यह बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह हनुमान जी की भक्ति और उनके प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।
  2. सांस्कृतिक धरोहर: लखनऊ का बड़ा मंगल केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह लखनऊ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी हिस्सा है। यह शहर की अनूठी परंपराओं और विरासत को उजागर करता है।
  3. सामुदायिक एकता: इस पर्व में सभी समुदायों के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, जो सांप्रदायिक सद्भाव और सामाजिक एकता का प्रतीक है। यह विभिन्न जातियों और धर्मों के बीच एकता और भाईचारे को बढ़ावा देता है।
  4. जनसहभागिता और सेवा भावना: बड़ा मंगल के दिन लखनऊ में जगह-जगह भंडारे (मुफ्त भोजन वितरण) का आयोजन किया जाता है। यह सेवा और परोपकार की भावना को प्रोत्साहित करता है, जिससे समाज में परोपकार की भावना बढ़ती है।
  5. आर्थिक प्रभाव: बड़े मंगल के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग शहर में आते हैं, जिससे स्थानीय व्यापार, पर्यटन, और अर्थव्यवस्था को लाभ होता है। होटल, परिवहन, और स्थानीय बाजारों में व्यापार बढ़ता है।
  6. पर्यटन को बढ़ावा: महापर्व घोषित होने से बड़े मंगल को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकती है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लखनऊ को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकेगा।
  7. संस्कृति और परंपरा का संरक्षण: बड़े मंगल को महापर्व घोषित करने से इस परंपरा का संरक्षण और संवर्धन होगा, जिससे आने वाली पीढ़ियां इसे जीवंत रख सकेंगी।

इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए, लखनऊ के बड़ा मंगल को महापर्व घोषित करने से न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व को मान्यता मिलेगी, बल्कि यह सामाजिक, आर्थिक, और सामुदायिक दृष्टिकोण से भी लाभकारी होगा।

महापर्व घोषित होने के लाभ

किसी पर्व को महा पर्व घोषित कराने से कई लाभ होते हैं:

  1. संस्कृति और परंपरा का संरक्षण: महा पर्व घोषित करने से उस पर्व का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है, जिससे परंपराओं और रीतिरिवाजों का संरक्षण होता है।
  2. आर्थिक विकास: महा पर्व के दौरान बड़ी संख्या में लोग उत्सव में भाग लेने आते हैं, जिससे पर्यटन, व्यापार, और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है। होटल, परिवहन, और स्थानीय बाजारों में व्यापार बढ़ता है।
  3. सामाजिक एकता: महा पर्व के आयोजन से समाज के विभिन्न वर्गों के लोग एकजुट होते हैं, जिससे सामाजिक एकता और भाईचारे की भावना मजबूत होती है।
  4. सरकारी समर्थन और सुविधाएं: महा पर्व घोषित होने से सरकार द्वारा विशेष प्रबंध और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। सुरक्षा, सफाई, और यातायात प्रबंधन में सुधार होता है।
  5. वैश्विक पहचान: महा पर्व के रूप में मान्यता मिलने से उस पर्व को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलती है, जिससे उसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है।
  6. संस्कार और शिक्षा: महा पर्व के माध्यम से युवा पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मान्यताओं के बारे में जानकारी और शिक्षा प्राप्त होती है।

इन सभी लाभों से महापर्व का सामाजिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक महत्व और भी बढ़ जाता है, जिससे पूरे समाज को लाभ होता है।