स्वच्छ भारत को समर्पित है ई-विसर्जन

गांधी जयंती पर मंगलमान ने अनूठे अंदाज में महात्मा गांधी को याद हुए श्रद्धांजलि दिया। महात्मा गांधी स्वच्छता के समर्थक थे इसी कारण 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन का अभियान चलाया। अभियान से प्रेरित होकर 2019 से मंगलमान आस्था संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का कार्य कर रहा है।

स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है

इस क्रम में बड़े मंगल के अवसर पर स्वच्छता एवं पवित्रता के साथ-साथ दीपावली के पश्चात यहां वहां बिखरे मूर्तियों को एकत्रित कर पर्यावरण अनुकूल विसर्जन का जन जागरण प्रारंभ किया गया, जिसके फल स्वरुप पिछले दो वर्षों में 125000 से अधिक प्रतिमाओं का सम्मान सहित विसर्जन किया गया है। इसकी जानकारी देते हुए मंगलमान संयोजक डॉ रामकुमार तिवारी ने बताया कि आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर दीपावली के दृष्टिगत ई-विसर्जन अभियान की बैठक हुई जिसमें अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने अपने शहर लखनऊ को pop की मूर्तियां से मुक्ति दिलाने का संकल्प लिया। मूर्तियों को यहां वहां रखने एवं नदी नहर में विसर्जित करने से होने वाली पर्यावरण की प्रभाव को लेकर चलाये जा रहे जागरूकता अभियान को प्रभावी करने का निश्चय किया। इस बार 151 प्रतिमा संग्रह केंद्र बनाए जाएंगे जहां लोग अपनी प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए जमा कर सकते है। एकत्रित प्रतिमाओं को वहां से विसर्जन केंद्र तक ले जाकर उनका पर्यावरणीय तरीके से विसर्जन किया जायेगा।


इस अवसर पर प्रांत पर्यावरण प्रमुख ललित श्रीवास्तव ने कहा कि लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है और ऐसे मूर्तियों को अपने की आवश्यकता है जिनका विसर्जन घर में आसानी से किया जा सके और साथ ही उन मूर्तियों में ऐसे बीज डाले जा सकते हैं जो विसर्जन के पश्चात उसमें शक्ति का दर्शन प्रतिदिन करते रहें।

 
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व्यापारी नेता संदीप बंसल ने कहा कि मोहल्लों के साथ-साथ व्यापारियों के प्रतिष्ठानों में पूजी जाती मूर्तियों के विसर्जन की व्यवस्था भी अभियान के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए व्यावसायिक क्षेत्र में भी ऐसे प्रतिमा संग्रह केंद्र बनवाए जाएंगे। उन्होंने अभियान की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि जो सबका मंगल करते हैं हम उनका अमंगल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि स्वदेशी व्यापारी बिक्री मंच के माध्यम से स्वदेशी पर्यावरण अनुकूल प्रतिमाओं को बढ़ावा दिया जायेगा। ई विसर्जन के अभियान से हमारे मूर्तिकारों और व्यापारी बंधुओ को सीधा लाभ प्राप्त होगा। व्यापारी वर्ग लाभ के साथ साथ समाज का भला के लिए कार्य करेगा। श्री दूनी चंद ने विसर्जित मूर्तियों के आधार पर नए सृजन की चर्चा की।


अभियान के सफल संचालन के लिए अनेक समितियों का गठन किया गया। इस दिशा में कार्य कर रहे व्यक्तियों एवं संगठनों को भी अभियान से जोड़ा जाएगा साथ ही स्कूलों और मातृशक्ति को प्राथमिकता दी जाएगी।


इच्छुक व्यक्ति मंगलमान वेबसाइट www.mangalman.in से या 9415755 950 पर अपना नाम पता भेज कर जुड़ सकते हैं।
इस अवसर पर डॉ अतुल रस्तोगी, गणेश ताम्रकार, अंनत श्रीवास्तव, त्रिभुवन शुक्ला, सुरेंद्र सिंह, धर्मेंद्र अवस्थी, प्रफुल्ल, आलोक, पंकज मिश्रा, अनूप मिस्र, अजय, अजीत, हनुमंत सिंह, रवि पाठक, बिबेक राव, सुधीर श्रीवास्तव, रेवती, बसुधा, कीर्ति नेहा, जया आदि के साथ मातृशक्ति की सहभागिता रही।

ई-विसर्जन योजना

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