मुख्य मंत्री वृक्षारोपण जन अभियान-2023 केअंतर्गत लगा पंचवटी बाग

माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी के “वृक्षारोपण जन अभियान-2023” के अंतर्गत 251
फलदार वृक्षों के बाग लगाने हेतु समाधान- पर्यावरण, लखनऊ, धनवंतरी सेवा न्यास (रजि), लखनऊ तथा माँभारती के सुरक्षा
सेवक सर्वश्री धीरज शुक्ला एवं श्री धर्मेन्द्र अवस्थी के संयुक्त प्रयास से “वृक्षारोपण अभियान” रविवार दिनांक 20 अगस्त,
2023 सुबह को 10.00 बजे, ग्राम-सिरवइया, कालूखेड़ा के पास थाना असोहा, तहसील पुरवा जिला उन्नाव में आयोजित किया
गया !

उक्त वृक्षारोपण का उद्घाटन “मूलं ब्रह्मा त्वचा विष्णुः शाखा रुद्र महेश्वर: पत्रे-पत्रे तु देवानां वृक्षराज नमोस्तुते”..मंत्रोचार
के पश्चात वृक्षराज “पीपल” के वृक्ष को मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त IAS श्री दयानंद लाल जी द्वारा स्थापित किया गया !
समाधान पर्यावरण के जन-आवाहन…..”आओ सब मिल वृक्ष लगाएँ, आप जगह बतायें, हम पौधेलायें, हम सब मिल जनशक्ति
बढ़ाएँ, आओ सब मिल वृक्ष लगाएँ, के प्रत्युत्तर में माँ भारती के सुरक्षा सेवक सर्वश्री धीरज शुक्ला एवं श्री धर्मेन्द्र अवस्थी जी
द्वारा आवाहन स्वीकार कर जगह उपलब्ध कराने का आश्वासन सन्देश प्राप्त हुआ, बात आगेबढी और आपसी परामर्श से उक्त
वृक्षारोपण की योजना को मूर्तरूप दिया गया !

Plantation Drive By Smadhan Paryavaran

उक्त वृक्षारोपण आम जन के सहयोग सेआयोजित किया गया जिसमें 251 पौधे लगभग 25-30 लोगों के सहयोग से लगाए
गए; लोगों ने 5/11 पौधेदान किए जिनमें प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री जन कल्याणकारी प्रचार प्रसार योजना योग प्रकोष्ठ, की
राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती नीलम सिंह, प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती दीपा श्रीवास्तव, तथा संगठन के लखनऊ प्रकोष्ठ की अन्य सदस्य
बहने नीता सिंह, हौसला सिंह ,रंजना आर्यजी, आशा निगम तथा प्रभा सिन्हा आदि ने लगभग 50 फलदार वृक्षों को दान में देकर
सहयोग किया इनके साथ ही सर्वश्री वेद प्रकाश दुबे, डॉक्टर जेपी मेख़ुरी, डॉक्टर दयानंद लाल, ललित जोशी, डी एन यादव,
ओ पी शर्मा, उदय प्रताप श्रीवास्तव ,वेद प्रकाश, महेंद्र बहादुर जौहरी, अमेरिका में बसे भारतीय मूल के श्री गंगा प्रसाद रस्तोगी,
अश्फ़ाक अहमद, अम्बरीश राज, मीनाक्षी, रुद्रक्षी, स्वाति तथा बीना श्रीवास्तव आदि ने भी 5/11 पौधों के निमित्त सहयोग भेजा
!

धरती माँ भी ज़िद करती है
बाग के भू – स्वामी श्री धीरज शुक्ला जी ने अपने सम्बोधन में बताया कि उनके बाबा के पिता ने उक्त भूमि पर बाग लगाया था,
गाँव के बड़े बूढ़े बताते थे कि बहुत ही सुंदर और फलदायी बाग हुआ करता था, परंतु आगे चलकर फल आने बंद हो गए अतः
उनके बाबा ने उक्त बाग को बेंच दिया था, ख़रीदार ने बाग को कटवा डाला और उसपर खेती करने लगा जिसे मैंने हाल ही में
पुनः ख़रीद लिया और बाग लगाने की योजना बनाकर अपने पूर्वजों की स्मृति को पुनर्जीवित करने का एक प्रयास करना चाहा है
कुछ फलदार वृक्ष मैंने पहले भी लगाया था जिसमें से कुछ पौधे बच गए और विकसित भी हो रहे हैं ! मेरी योजना का विस्तार
आज के वृक्षारोपण द्वारा किया गया !
उन्होंने आगे बताया कि गावों में यह मान्यता है कि किसी धरती के आभूषण – उसकी हरियाली बिखेरते वृक्षों को यदि छिन्न भिन्न
किया जाए तो दुबारा हरियाली जल्दी नहीं आती, किसी फसल या वृक्ष को धरती माँ शरण नहीं देती ! ऐसा माना जाता है कि
वह भी अपनी ज़िद पर आ जाती हैं पर यदि आप बार बार आग्रह पूर्वक वृक्षारोपण करने की ज़िद करते रहते हैं तो धरती माँ
प्रशन्न होकर अपना ऋँगार करने का अवसर प्रदान कर देती है ! मेरा विश्वास है कि जहां ऐसे बड़े जनसमूह का आशीर्वाद प्राप्त हो वहाँ धरती माँ को ज़िद त्यागना ही होगा और फिर उस ज़मीं पर हरियाली होगी ! मैं सभी सुधी जनों का, जिन्होंने इस पुनीत
यज्ञ में तन, मन, धन और अपनी उपस्थिति के सहयोग की आहुति दी है, उनका हृदय सेआभार व्यक्त करता हूँ !

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ दयानंद लाल, रिटायर्डआईएएस तथा समाधान पर्यावरण के संरक्षक, ने अपने सम्बोधन में कहा
कि प्रजा के हितों को ध्यान में रखते हुए बाग लगवाने, कूएँ खुदवाने जैसे सामाजिक कार्य की हमारी परम्परा रही है पर बढ़ती
जनसंख्या के कारण आवासीय सुविधाओ ंके मद्देनज़र किए जा रहे विकास कार्य में बाग और जंगलों का बहुत विनाश हुआ जिस
कारण जलवायु परिवर्तन की निरंतर बढ़ती विभीषिका को हम सभी झेल रहे है ऐसे में बागों की स्थापना एक अद्वितीय पहल है !

बढ़ते प्रदूषण के कारण वृक्षारोपणो की माँग बेतहाशा बढ़ी है ! माननीय मुख्य मंत्री जी का यह जन अभियान उसी दिशा में एक
अत्यंत सराहनीय पहल है !

फलदार वृक्षों के बाग लगाने से जहां प्रदूषण में सुधार होगा वहीं दूसरी तरफ़ फल भी खाने को
मिलेगा साथ ही पक्षियों को भी शरण मिलेगा ! धीरज जी तथा धर्मेंद्र जी के इस निर्णय की जितनी प्रशंसा की जाए कम होगा !

समाधान- पर्यावरण, लखनऊ, धनवंतरी सेवा न्यास (रजि), लखनऊ तथा उन सभी सुधी जनों का जिन्होंने इस अभियान में
हिस्सा लिया मैं उनकी भूरि – भूरि सराहना करता हूँ !

धनवंतरी सेवा न्यास (रजि), लखनऊ के पदाधिकारी श्री ललित जोशी जी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ऐसी पहल
निरंतर चलते रहना चाहिए !

भवदीय,
(अरूणेंद्र कु मार श्रीवास्तव)
सचिव
समाधान पर्यावरण
लखनऊ
Mob.9415842205

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