हनुमान के भक्तों जागो
हनुमान सी शक्ति तुम में
जो चाहो वह कर सकते हो
हनुमान सी भक्ति तुम में
सजीवनी बूटी के हित
पर्वत ही बह ले आए
राम बसे उर में हैं उनके
सीना चीर के दर्शाये
मंगल बड़ा ज्येष्ठ मास का
एक बड़ा अवसर आया
स्वच्छ पवित्र भंडारा होवे
हैं ऋषियों ने जैसा गाया
एक बड़ी मर्यादा उसमें
हनुमान का नाम है
प्रभु सेवा हित आगे आयें
हनुमान का काम है
भंडारे का शुभारंभ हो
हनुमान के पूजन से
सेवा करें सभी मिल दिन भर
करें समापन पूजन से
उत्तम लक्ष्मणपुरी हमारी
जयघोष जगत में गूंजेगा
राम राज्य का डंका होगा
तव विश्व सनातन पूजेगा
साभार: बृजेंद्र जी, लोक भारती