सोच बदल दो सच आएगा,
झूठ प्रपंच सव छट जाएगा।
नीम हकीम प्रथम सेवक हैं,
गोबर गणेश गौरव पायेगा।।
तुलसी वट पीपल है जीवन,
यज्ञ हवन पर्यावरण सँवारे।
व्रत त्योहार हैँ पावनता देते,
संकल्प शक्ति से तप है धारे।।
गांव में रहे गँवार नहीं बह,
गांव में बह गौरव लाएगा।
खेती का बहु उद्धमकारी,
गौ गोमय से समृद्धि गायेगा।।
गोवर्धन पूजा का शुभ दिन,
गो धन की महिमा जानो।
सोया हुआ स्वत्व जगाओ,
पूजा के शुभ तत्व पहचानो।।
- बृजेंद्र।