सड़कों, डिवाइडरों और पेड़ों के नीचे फेंकी मूर्तियों को मान दिलाने (#मूर्तिमान) एवं पर्यावरण संरक्षण के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन (ई-विसर्जन) की बैठक वास्तुविद श्री गणेश ताम्रकार के आवास पर हुई। जिसमे बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने 2025 तक लखनऊ से विसर्जन की समस्या के समाधान का संकल्प लिया। बैठक में तय किया गया कि ना चाहते हुए भी लोग खंडित मूर्तियों, देवी – देवताओं के चित्रों को फेंक देते हैं। इससे आस्था का परिहास तो होता ही है पर्यावरण को भी नुकसान होता है।
गणेश महोत्सव, दीपावली में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के साथ अब चीन में हानिकारक पदार्थों से बनीं मूर्तियों का चलन बढ़ गया है। इससे हमारे कलाकारों, मूर्तिकारों, दुकानदारों और देश को आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ रहा है।
इस सबको देखते हुए तय निर्णय हुआ कि समाज की सज्जन शक्ति से सहयोग से पूरे शहर में ऐसे विशिष्ट स्थानो, मदिरों का चयन किया जाएगा जहाँ पर मुर्तिया एकत्रित की जा सके। इन स्थानों का प्रचार कर लोगों से इन्हीं चयनित स्थानों पर मूर्ति इत्यादि रखने की अपील की जाएगी। प्रत्येक स्थान के प्रभारी तय होंगे। मंगलमान पोर्टल (mangalman.in) और सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों तक समस्त जानकारी पहुंचाई जाएगी।
दीपावली के बाद संग्रह केंद्रों पर एकत्रित मूर्तियों को समीप के विसर्जन स्थलों पर अभियान के सुसज्जित वाहनों से लेजाकर भक्तिमय वातावरण में विसर्जित और भू अर्पित किया जाएगा।
जो लोग किसी कारणवश संग्रह केंद्रों पर ऐसी मूर्तियां नहीं पहुंचा सकते हैं उन्हें होम कलेक्शन की सुविधा प्रदान की जाएगी। ऐसे लोग मंगल मान की वेबसाइट या मोबाइल नंबर पर अपना नाम पता भेज कर होम कलेक्शन की सशुल्क सुविधा ले सकते हैं।
इस दिशा में पहले से ही योगदान दे रहे व्यक्तियों एवं संस्थाओं के मध्य समन्यवय स्थापित कर अधिक से अधिक लोगो तक मंगलमान सन्देश को पहुचाया जायेगा।
इस अभियान का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण भाग है कि लोगों को न केवल गाय के गोबर, मिट्टी, धातु और टिश्यू पेपर से बनी मूर्तियों के प्रयोग के लिए प्रेरित किया जाएगा।
बल्कि विभिन्न स्थानों पर और पोर्टल के माध्यम से पर्यावरण अनुकूल बेहद कम दामों में मूर्तियों के उपलब्धता की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
बैठक में डॉ धनंजय गुप्ता जी को अभियान प्रमुख, श्री अजीत जी को विसर्जन प्रमुख,
श्री सुरेंद्र जी को वैकल्पिक व्यवस्था प्रमुख, श्री नीरज जी को केंद्र प्रमुख एवं श्री आकाश जी को मीडिया प्रमुख के रूप में घोषणा हुई।
अभियान के भाग समन्यवको का दायित्व अपने-अपने भाग में अधिकतम संग्रह केंद्र बनवाना एवं अभियान की सफलतापूर्वक संचालन में सहयोग का रहेगा।
इस अवसर पर मंगल सेवको अनंत श्रीवास्तव, पंकज मिश्रा, राजवर्धन, हनुमंत, नरेंद्र ग्रोवर, अनूप, तेज प्रताप, राघवेंद्र, धर्मेंद्र अवस्थी, अभय जी, प्रफुल्ल, आकाश, डॉ सी के मिश्र ने अपने अनुभव साझा किये। श्री गणेश ताम्रकार, प्रशांत भाटिया एवं नानक चंद लखमानी ने उपस्थित मंगल सेवकों का मार्गदर्शन किया।