दूसरे बड़ा मंगल पर 4 दर्जन आयोजक बने ई-भंडारा सेवादार

इस बार ज्येष्ठ मास में ४ बड़े मंगल है। जेठ का दूसरा बड़ा मंगल ८ जून को पड़ा। इस मौके पर लगभग 4 दर्जन आयोजकों ने मंगलमान समिति एवं नगर निगम के सम्मिलित प्रयास से अपने भंडारा लगाने का सकल्प पूर्ण किया। इंदिरा नगर निवासी सु श्री सुमन श्रीवास्तव एवं सहयोगियों को कोरोना काल में जब यह लग रहा था कि लखनऊ का यह महापर्व नहीं हो पाएगा ऐसे में मंगलमान समिति एवं नगर निगम ने मिलकर जो ई भंडारा का विकल्प प्रस्तुत किया, वह उन्हें एक सुन्दर विकल्प दे रहा है। उदयगंज ब्लंट स्क्वायर निवासी राजीव अग्रवाल कहते है कि हम लोग धूम धाम से हर वर्ष भंडारे का आयोजा करते थे परन्तु पिछले वर्ष से यह हो नहीं पा रहा था। इस वर्ष मंगलमान ई- भंडारे से जुड़ कर हमे अति प्रसन्नता हो रही है और हमे ख़ुशी है कि हमारे द्वारा किया गया समर्पण मंगलमान टीम के माध्यम से लोगो के मध्य पहुँच रहा है। ऐसी भावना कितने ही लोगो ने व्यक्त किया है और मंगलमान ई-भंडारे हेतु अभियान संचालको एवं लखनऊ महापौर को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

आज के ई -भंडारे में २१ स्थानों पर प्रसाद का वितरण किया गया। जिसकी सुचना भंडारा आयोजकों को व्यक्तिगत रूप से एवं मीडिया के मध्यम से करा दिया गया था। मंगलमान संयोजक डॉ राम कुमार के अनुसार प्रसाद वाहन मुख्यतः रायबरेली रोड sgpgi से ९.३० बजे प्रारम्भ होकर तेलीबाग, सदर, बर्लिंगतन, केशरबाग, बलरामपुर, चौक, मेडिकल कॉलेज, डालीगंज, नवीन मंडी होते हुए मड़ियांव इंजीनियरिंग कॉलेज पहुचा जहां पर सायं ७.३० बजे आज के कार्यक्रम का समापन किया गया। स्थान स्थान पर आयोजक भी उपस्थित थे। प्रत्येक स्थान पर दो-दो कार्यकर्त्ता कोरोना नियमो का पालन करते हुए उपस्थित रहे।

आज के प्रसाद में वस्तुतः बूंदी, लइया-चना-गुड़, बिस्कुट, आयुर्वेदिक काढ़ा, पूड़ी-सब्जी का वितरण हुआ। प्रसाद का वितरण सुरक्षित रहते हुए प्रोटोकाल करते हुए किया गया। प्रसाद देने के पूर्व सभी का हाथ अनिवार्य रूप से विसंक्रमित किया जाता रहा। जिनके पास मास्क नहीं होता उन्हें मास्क भी प्रसाद के साथ दिया गया। लगभग ४ हजार लोगो तक आज प्रसाद का वितरण हुआ।

अनेक स्थानों पर प्रसाद का वितरण कार्यकर्ताओ द्वारा दुपहिया वाहनों से किया गया जिससे सोशल डिस्टैंसिंग और कोरोना के नियमो का पालन हो सके। दिन भर लगातार लोगो के फ़ोन प्रसाद के लिए आते रहे। कार्यक्रम समन्यवयक पंकज मिश्रा एवं आलोक दीक्षित कहते है कि हमे अफ़सोस है कि मंगल का रूट प्लान एक दिन पहले ही बन जाने से हम मंगल के दिन कॉल करने वालो तक उसी मंगल को नहीं पहुँच पाते। ई -भंडारा सेवादार अंकित पाण्डेय ने बताया कि कार्यक्रम दिवस से कम दो दिन पूर्व सुचना मिलना आवश्यक है तब जाकर हम मंगल की सेवा उस भक्त सम्मिलित कर पाते है।

महापौर ने इस अवसर पर सभी नगर वासियो को दूसरे बड़ा मंगल की मंगलकामनाये दिया है और अपील किया है कि इस आपदा के काल एक दूसरे का ख्याल रखे और किसी को भी भूखे ना सोने दे। यही बड़ा मंगल का भाव है। जो व्यवस्था बनाई गयी है उसका लाभ लेने के लिए मंगलमान की वेबसाइट (www.mangalman.in) पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराये और ई भण्डारा सेवा से जुड़ कर उन क्षत्रो में प्रसाद पहुचाने में सहयोग करे जहाँ इसकी ज्यादा आवश्यकता है। अधिक जानकारी की लिए मंगलमान अभियान संयोजक डॉ राम कुमार तिवारी से 9415755950 पर संपर्क किया जा सकता है।

महापौर ने यह भी बताया कि आपदा के इस काल में ई भण्डारा का आयोजन करने को मंगलमान अभियान एवं नगर निगम की ओर सम्मान किया जायेगा। जिसका आयोजन ज्येष्ठ मास के तुरंत बाद किया जा सकता है। बड़ा मंगल लखनऊ की पहचान बन चुका है इसी लिए बड़ा मंगल को ग्लोबल बनाने की आवश्यकता है। मंगलमान इस आयोजन को ग्लोबल बनाने के प्रयास में लगा हुआ है। इसके लिए मीडिया एवं सोशल मीडिया का पर अधिकतम सम्बंधित खबरों को शेयर करने को अभियान अनूप बी मिश्रा के नेतृत्व में चलाया जा रहा है।

लखनऊ का यह महापर्व सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है जैसा शायद ही कही देखने को मिलता है। इसी के दृष्टिगत अगले रविवार को एक मीटिंग भी प्रस्तावित है जिसमे लखनऊ के बाहर से भी आयोजकों को जोड़ा जाएगा जिसका समन्यवय रोहित श्रीवास्तव एवं अरविन्द शुक्ल कर रहे है । लखनऊ नगर निगम की ओर से उन शहरो के महापौर को भी इस बावत पत्र लिख कर सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया जायेगा।

आज के सफल आयोजन में हेमंत, रोहित, निखिल, अमर, आदर्श, प्रफुल्ल, विश्वजीत, प्रशांत, सूर्यमणि, नवीन, संतोष की प्रमुख भूमिका रही।

 

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