पहले बड़ा मंगल पर सोशल डिस्टैंसिंग के साथ ई-भंडारा

जेष्ठ मास के आरंभ होते ही लखनऊ शहर में लगने वाले बड़े मंगल के भंडारों का सहज ही स्मरण हो जाता है। वर्तमान समय में कोविड 19 जैसी समस्या के चलते सभी हनुमत भक्तों के सामने यह प्रश्न था कि क्या इस बार बिना भंडारों की ही जेष्ठ मास बीत जाएगा?

इसी विचार को केंद्र में रखते हुए मंगलमान ने महापौर के आशीर्वाद से ई-भण्डारा मोबाइल सेवा के माध्यम से इसे मूर्तरूप देने का संकल्प लिया। लखनऊ नगर निगम एवं अनेको संगठनों की सक्रीय सहभागिता से प्रसाद वितरण की यह अनूठी परंपरा ई भंडारे के रूपो में गत वर्ष प्रारंभ हो चुकी है। जनसामान्य तक इस संबंध में सूचना रविवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रेषित की गई। एक दिन का समय मिला और लगभग 2 दर्जन आयोजकों ने इस सेवा से जुड़ने का संकल्प लिया। अंदर 30 लोगों ने पंजीकरण फार्म भर दिया है। ऐसे बहुत से लोगों एवं समूह ने भंडारे का प्रसाद प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की जिनको अन्य माध्यमों से खाद्य सामग्री प्राप्त नहीं हो पा रही है, कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि जेष्ठ मास हनूमान जी के आशीर्वाद से इसी तरह आसानी से कट जाएगा। ऐसे लोगों को दृष्टिगत रखते हुए कम्युनिटी किचन के माध्यम से प्रसाद उपलब्ध कराया जा रहा है।

प्रथम बड़ा मंगल को प्रसाद वितरण का कार्य प्रातः 9 बजे महापौर जी के आवास से प्रारंभ किया गया। वहां पर महापौर  ने बजरंग बली की पूजा अर्चना की और शीघ्र कोरोना से मुक्ति की कामना की। प्रसाद में मुख्य रूप से लाईया चना, गुड, बिस्क्युट, केला, बूंदी, आयुर्वेदिक काढ़ा बांटा गया। इसके साथ ही मास्क, सिनेटाइजर, ग्लब्स, हैंडवॉश  जैसी वस्तुओं का वितरण भी हुआ और स्वछता एवं पवित्रता का संदेश भी दिया गया।
ई भण्डारा प्रसाद वाहन महापौर के आवास से निकल कर कृष्णा नगर मेट्रो स्टेशन, सिंगार नगर, आलमबाग चौराहा, आलमबाग बस स्टैंड, मवैया, चारबाग़, हुसैनगंज, विधान सभा, नगर निगम कार्यालय, परिवर्तन चौक, हुनुमान सेतु मंदिर, आई टी चौराहा, कपूरथला, महानगर,  बादशाह नगर, भूत नाथ, मुंशी पुलिया होते हुए पालीटेक्निक चैराहे पर पहुंचा जहां आज के कार्य का समापन हुआ। प्रत्येक स्थान पर वहां आधा घंटे तक रहा और प्रसाद का वितरण किया गया । इस प्रकार कुल मिलाकर 21 स्थानों पर आज प्रसाद का वितरण किया गया। हर केंद्र पर दो दो मंगलमान के कार्यकर्त्ता सेवा हेतु उपस्थित रहे।
नानक चाँद लखनमी, पीयूष दीवान,  एवं सेवा भारती के दिनेश जी, मेंएम दीदी, अवध प्रान्त के सह प्रान्त प्रचारक मनोज, श्रीमती ज्योति किरण रतन, प्रकाश राय आदि ने स्थान स्थान पर वाहन का स्वागत किया और पुष्प वर्षा की।
अनेको लोग जो राशन आदि देना चाहते है उनसे राशन व्यवस्था करने को कहा गया है जिसे नगरनिगम के अधिकारियो के साथ समन्यवय कर घर से मंगाने का कार्य भी किया जायेगा। लोगो को इस बात का अफ़सोस रहा कि इस योजना की जानकारी उन्हें देर से हुई और आज वे ई-भंडारे  का आयोजन नहीं कर सके। ऐसे लोग आगामी आने वाले बड़े मंगल जो 8, 15 एवं 22 जून को पड़ने वाले है को अपना आयोजन करेगे। आगामी मंगलो को प्रसाद आयोजक के घर तक पहुचाने की योजना पर भी कार्य हो रहा है। मंगलमान अभियान के संयोजक डॉ राम कुमार ने बताया कि जिन आयोजकों की ओर से आज ई भण्डारा का आयोजन किया गया है, उनसे शीघ्र ही ई-भण्डारा कोऑर्डिनेटर्स फीडबैक फॉर्म भरवाने का कार्य करेंगे ताकि आयोजकों की संतुष्टि का स्तर पता चल सके। इससे सेवा कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने का अवसर प्राप्त होगा। महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया जी पुरे दिन पल पल कार्यो की जानकारी प्राप्त करती रही और आवश्यक मार्ग दर्शन प्रदान करती रही।
ई-भंडारे के अभियान से जुड़ना बेहद आसान है। सेवा कार्य के प्रति समर्पित कोई भी समूह अथवा श्रद्धालु पंजीकरण के माध्यम से मंगलमान अभियान से जुड़ सकता है। पंजीकरण की प्रक्रिया हमारे पोर्टल www.mangalman.in पर जाकर की जा सकती है। पंजीकरण के साथ ही संबंधित व्यक्ति अथवा संगठन से मंगलमान की टीम संपर्क कर आगे की प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित करती है। महापौर ने सभी से मिलकर संकट की घड़ी में संकटमोचन की सेवा करने और अभियान से जुड़कर पुण्य के भागी बनने की अपील की है।
आज के आयोजन में  अंकित जी, आलोक जी, पंकज जी, प्रफुल्ल जी, अनूप जी, राहुल जी, रोहित जी, अमर जी, श्रीनिवास जी, हेमंत जी, दर्पण जी, विश्वजीत जी, अखिलेश्वर जी, एविन्द जी, विष्णु जी, प्रशांत जी की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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