धैर्य, हिम्मत और अनुशासन से कोरोना को मात दे सकते हैं और ब्लैक फंगस से भी बच सकते हैं। उक्त उद्गार कोविड-19 हेल्पिंग हैंड इंटरएक्टिव सेशन में बोलते हुए आर एस एस के प्रांत कार्यकारिणी के सदस्य प्रशांत भाटिया ने कहा कि लोगों तक सही जानकारी पहुंचाना आज की महती आवश्यकता है । अब 1-2-1 परामर्श का समय नहीं है ऐसे में ऑनलाइन इस प्रकार के आयोजनों के द्वारा एक साथ कई लोगों को परामर्श देना समय की मांग है जिसे मंगलमान की टीम संवैचारिक संगठनों के साथ मिलकर तत्परता एवं प्रमाणिकता से कर रहा है। इस अवसर पर कोविड-19 ब्लैक फंगस पर लोगों को संबोधित करते हुए प्रख्यात चिकित्सक डॉ सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि सावधानी ही सबसे बड़ा उपचार है फंगस हमेशा से हर जगह पाया जाता है हमारी अपनी प्रतिरोधक क्षमता हमें बचाती है कोविड-19 संक्रमित लोगों की अनेक कारणों से इम्युनिटी कम हो जाती है और तब फंगल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है अतः किसी को भी नेगेटिव होने के 1 महीने के भीतर यदि चेहरे पर भारीपन आंखों में जलन या सूजन जैसे लक्षण दिखें तो शीघ्रता शीघ्र डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि फंगल इंफेक्शन काफी तेजी से फैलता है और एक-दो दिन का विलंब होने पर भी काफी घातक हो सकता है। ब्लैक संगत का उपचार काफी महंगा होता है और इसकी दवाइयां भी बहुत कम है इसलिए किसी प्रकार की कोताही न करें। बचने के लिए अपने चारों ओर की सफाई बनाए रखें ताकि फंगल को पलने बढ़ने का अवसर ना मिले।
कोरोना के काल में यह महती आवश्यकता रही है कि लोग अधिक से अधिक जागरूक किए जाएं। स्वास्थ्य सेवाओं पर अत्यधिक बोझ है और डॉक्टर का मिलना उनसे बातचीत करना बहुत ही मुश्किल है ऐसे में कोविड-19 हेल्पिंग हैंड्स के रूप में मंगलमान अभियान के अंतर्गत इंटरएक्टिव सेशन का आयोजन जून प्लेटफार्म पर किया जा रहा है जिसमें अभी तक 9 सत्र हो चुके हैं इन सत्रों के माध्यम से लोगों को कोरोनावायरस से बचाव, उपचार और चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त हो रहा है उसी कड़ी में आज कोविड-19 के बाद फंगल इन्फेक्शन पर सत्र का आयोजन है इन सत्रों में लखनऊ के जाने-माने चिकित्सक पूर्व सीएमओ डॉ नरेंद्र अग्रवाल केजीएमयू से डॉ वेद प्रकाश डॉ सूर्यकांत संजय गांधी पीजीआई से डॉ निर्मल गुप्ता डॉक्टर डॉ गौरव त्रिपाठी केजीएमयू से डॉक्टर श्वेता श्रीवास्तव डॉ प्रभात कुमार , बाल चिकित्सक डॉ अतुल रस्तोगी आदि की सहभागिता रही है। कार्यक्रम में जागरूकता के साथ-साथ लोगों की समस्याओं का और शंकाओं का समाधान भी डॉक्टर के द्वारा किया जाता है। इस कार्यक्रम में सेवा भारती अवध प्रांत विश्व संवाद केंद्र लखनऊ आरोग्य भारती एवं नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन का सहयोग प्राप्त हो रहा है। कार्यक्रम जूम के साथ-साथ विश्व संवाद केंद्र facebook पेज पर लाइव भी होता है जिसे अभी तक हजारों लोगों तक इस जागरुकता को पहुंचाया जा सका है ।
स्वच्छ स्वस्थ एवं सुरक्षित लखनऊ हर लखनऊवासी का संकल्प है। इसी ताने बाने को बुनने के लिए 2 वर्ष पूर्व लखनऊ की मेयर श्रीमती संयुक्ता भाटिया के संरक्षण में मंगलमान अभियान प्रारम्भ किया गया। यह अभियान बड़े मंगल की आयोजकों को एक सूत्र में पिरो कर बड़े मंगल के पवित्र भाव को पूरे विश्व में स्थापित करने का है। भंडारा आयोजकों को प्रोत्साहन, अच्छे भंडार लगाने वालों का महापौर जी द्वारा सार्वजनिक अभिनंदन इस लक्ष्य की दिशा में उठाया गया कदम है। कोरोना काल में भी भंडारा आयोजकों को ई भंडारे के माध्यम से एक विकल्प उपलब्ध कराना एक अभिनव प्रयोग रहा है। जिसका उपयोग कर अनेक आयोजकों ने अपने संकल्प को पूरा किया है।
पूरे वर्ष भर प्रत्येक मंगल को आयुर्वेदिक कार्य का वितरण लखनऊ के विभिन्न स्थानों पर किया जाता रहा है। हर दिन मंगल हो, हर मंगल बड़ा मंगल हो, बड़ा मंगल से राष्ट्र मंगल हो। इसी भाव के अंतर्गत कोविड-19 हेल्पिंग हैंड के सभी सत्रों की रिकॉर्डिंग मंगलमान व्वेबसाइट पर उपलब्ध है। साथ ही एक हेल्प डेस्क भी उपलब्ध है जहां पर कोविड-19 सम्बंधित जानकारी एवं संसाधनों की उपलब्धता आदि का विवरण दिया जा रहा है ताकि सही और सटीक जानकारी लोगो तक पहुचाई जा सके।
साथ ही एक ऑक्सीजन बैंक भी बनाया जा रहा है जो वक्त बेवक्त जरूरतमंदों के काम आ सके।
कार्यक्रम का संचालन मंगलमान के संयोजक डॉ राम कुमार द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन अखिलेश्वर पांडे द्वारा किया गया। इस अवसर पर अनेको गणमान्य उपस्थित रहे और लगभग 1000 लोगों ने फेसबुक एवं जून सेशन के माध्यम से जानकारी प्राप्त की।