आज दिनांक 19.05.2020 को प्रातः 4:00 बजे से ही द्वितीय जेष्ठ मास के प्रसाद निर्माण का शुभारंभ कर दिया गया। इस बार के बड़े मंगल पर हनुमत भक्तों ने इस सेवा कार्य में बड़ी संख्या में पूर्ण समर्पण के साथ सहभागिता की।
सोमवार को मंगलमान आयोजन समिति की बैठक में लिए गए निर्णय एवं ई-भंडारा आयोजकों की इच्छा के अनुरूप प्रसाद का वितरण प्रमुख रूप से प्रवासी मजदूरों एवं जरूरत मंद लोगों के बीच किए गया।
पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार प्रातः काल 10 बजे लखनऊ की मेयर श्रीमती संयुक्त भाटिया जी की उपस्थिति में भगवन हनूमान को भोग लगाया गया । महापौर ने मंगलमान अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इसबार के प्रसाद के बितरण प्रवासी श्रमिक बन्धुओ के मध्य करने का निर्णय अत्यन्त ही प्रसंशनीय है।
ई-भंडारे के कारण आज शहर के भक्तगण भंडारे का संकल्प पूरा कर पा रहे है। उन्होंने लोगो से इस अभियान से जुड़ कर लखनऊ की पहचान बड़े मंगल को विश्वव्यापी करने पर बल दिया।
शहर के प्रमुख स्थान जहां से प्रवासी मजदूर गुजर रहे हैं उन स्थानों पर प्रसाद का वितरण किया गया। इन स्थानों में प्रमुख रूप से आगरा एक्सप्रेस वे की ओर से आने वाले श्रमिकों के लिए डॉ शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय परिसर, कानपुर रोड से आने वाली श्रमिकों के लिए शहीद पथ मोड, फैजाबाद की ओर जाने वाले श्रमिकों के लिए पॉलिटेक्निक चौराहा, रायबरेली रोड की ओर जाने वाले श्रमिकों के लिए तेलीबाग चौराहा आदि प्रमुख स्थलों पर लगभग 25000 मंगल प्रसाद वितरित किया गया।
ई-भंडारा आयोजकों द्वारा किए गए आग्रह के अनुरूप प्रसाद आयोजकों तक उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी की गई।
ई- भंडारे के प्रसाद निर्माण एवं वितरण में उन सभी नियमों का पूर्ण रूप से पालन किया गया जो नियम एवं गाइड लाइन स्वास्थ्य विभाग, भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित किए गए हैं।
प्रवासी श्रमिकों एवं जरूरतमंदों को प्रसाद का पैकेट प्रदान करने के पूर्व उनके हाथों को सैनिटाइजर से सैनिटाइज कराया गया। जिन श्रमिकों के पास मास्क उपलब्ध नहीं था, उनको मास्क प्रदान किया गया। तत्पश्चात विषाद का वितरण किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर प्रमुख रूप से ध्यान दिया गया।
इस पूरे आयोजन में हनुमत भक्तों एवं आयोजकों की ऑनलाइन सहभागिता दिन में 11:00 बजे से 01:00 बजे के मध्य मंगलमान वेबसाइट पर उपलब्ध लाइव लिंक के माध्यम से की गई। प्रसाद बनने से लेकर वितरण तक की सारी व्यवस्था ऑनलाइन रही। मंगलमान द्वारा की गयी इस व्यवस्था को आयोजकों ने बहुत ही सराहा। ई- भण्डारा से अभीतक लगभग 100 आयोजक जुड़ चुके है।
मंगलमान अभियान का प्रयास है कि लखनऊ की यह श्रेष्ठ परंपरा पूरे राष्ट्र के लिए एक आदर्श स्थापित करें। इस सेवा कार्य में हमें समाज के हर वर्ग का सहयोग प्राप्त हो रहा है। मंगलमान सभी प्रबुद्ध जनों से अनुरोध करता है कि आप सब इस सेवा कार्य से जुड़कर संकट की इस घड़ी में पुण्य के भागी बने। अधिक जानकारी एवं सहायता के लिए हमारे वेबपोर्टल www.mangalman.in अथवा मोबाइल नंबर 9415755950, 9792399201 पर संपर्क कर सकते हैं।