बजरंग बली के जयकारे के साथ ई-भंडारा प्रारम्भ

जेष्ठ मास के आरंभ होते ही लखनऊ शहर में लगने वाले बड़े मंगल के भंडारों का सहज ही स्मरण हो जाता है। वर्तमान समय में कोविड 19 जैसी समस्या के चलते सभी हनुमत भक्तों के सामने यह प्रश्न था कि क्या इस बार बिना भंडारों की ही जेष्ठ मास बीत जाएगा?


इसी विचार को केंद्र में रखते हुए मंगलमान ने महापौर के आशीर्वाद से ई-भंडारों की कल्पना की तथा इस कल्पना को धरातल पर मूर्तरूप देने का संकल्प लिया। लखनऊ नगर निगम एवं अनेको संगठनों की सक्रीय सहभागिता से प्रसाद वितरण की यह अनूठी परंपरा इस वर्ष प्रारंभ हो चुकी है। जनसामान्य तक इस संबंध में सूचना रविवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रेषित की गई। एक ही दिन के अंदर 60 लोगों ने पंजीकरण फार्म भर दिया है। प्रसन्नता की बात यह है कि दिए गए सहायता नंबरों पर 300 से अधिक लोगों ने इस संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा आगामी जेष्ठ मंगल के दिनों में भंडारा आयोजित करवाने का संकल्प व्यक्त किया। ऐसे बहुत से लोगों एवं समूह ने भंडारे का प्रसाद प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की जिनको अन्य माध्यमों से खाद्य सामग्री प्राप्त नहीं हो पा रही है, कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि जेष्ठ मास हनूमान जी के आशीर्वाद से इसी तरह आसानी से कट जाएगा। ऐसे लोगों एवं समूहों को दृष्टिगत रखते हुए आगामी दिनों में कच्चे प्रसाद को उपलब्ध कराने की योजना पर भी कार्य आरंभ किया गया है।
इस प्लेटफॉर्म के बनने के साथ ही बहुत से संगठन एवं समाजसेवी व्यक्ति जुड़ गए है। ऐसा ही एक संगठन है Mask4all@INDIA Project जो जरूरत मंद लोगो को अभी तक लगभग 22000 निशुल्क मास्क वितरित कर चुका है। इस संगठन से जुड़े श्री प्रवीण टंडन जी ने ई भण्डारा के माध्यम ज़े आज 500 मास्को का वितरण कराया और अगले मंगलो को 2000 और मास्क वितरण करने का संकल्प लिया
इस प्रथम मंगलवार को भंडारे के प्रसाद निर्माण का कार्य मुंडावीर मंदिर परिसर के पवित्र वातावरण में पूर्ण स्वच्छता के साथ प्रातः 3:00 बजे से ही आरंभ हुआ तथा 7:00 बजे बजरंगबली को भोग लगाने के उपरांत भंडारे के प्रसाद का वितरण किया गया। प्रसाद तैयार करवाने और वितरित करवाने का कार्य दिनभर चलता रहा। लगभग 4000 लोगों को प्रसाद तथा 500 लोगों को मास्क वितरित किए गए।
दर्जन भर आयोजकों को नगर निगम कम्मुनिटी किचन से भी जोड़ने का कार्य किया गया। अनेको लोग जो राशन आदि देना चाहते है उनसे राशन व्यवस्था करने को कहा गया है जिसे नगरनिगम के अधिकारियो के साथ समन्यवय कर घर से मंगाने का कार्य भी किया जायेगा। लोगो को इस बात का अफ़सोस रहा कि इस योजना की जानकारी उन्हें देर से हुई और आज वे ई-भंडारे का आयोजन नहीं कर सके। ऐसे लोग आगामी आने वाले बड़े मंगल जो 19 मई, 26 मई एवं 2 जून को पड़ने वाले है को अपना आयोजन करेगे। आगामी मंगलो को प्रसाद आयोजक के घर तक पहुचाने की योजना पर भी कार्य हो रहा है। मंगलमान अभियान के संयोजक डॉ राम कुमार ने बताया कि जिन आयोजकों की ओर से आज ई भण्डारा का आयोजन किया गया है, उनसे शीघ्र ही ई-भण्डारा कोऑर्डिनेटर्स फीडबैक फॉर्म भरवाने का कार्य करेंगे ताकि आयोजकों की संतुष्टि का स्तर पता चल सके। इससे सेवा कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने का अवसर प्राप्त होगा। महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया जी पुरे दिन पल पल कार्यो की जानकारी प्राप्त करती रही और आयोजकों को आवश्यक मार्ग दर्शन प्रदान करती रही।
ई-भंडारे के अभियान से जुड़ना बेहद आसान है। सेवा कार्य के प्रति समर्पित कोई भी समूह अथवा श्रद्धालु पंजीकरण के माध्यम से मंगलमान अभियान से जुड़ सकता है। पंजीकरण की प्रक्रिया हमारे पोर्टल www.mangalman.in पर जाकर की जा सकती है। पंजीकरण के साथ ही संबंधित व्यक्ति अथवा संगठन से मंगलमान की टीम संपर्क कर आगे की प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित करती है। आइए आप और हम मिलकर संकट की घड़ी में संकटमोचन के इस अभियान से जुड़कर पुण्य के भागी बने।

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