समाधान-स्वच्छता के प्रमुख श्री अरुणेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने मंगलमान अभियान को अपना पूर्ण समर्थन और सहयोग प्रदान किया है. अरुणेंद्र जी एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता है और हर उस कार्य के साथ खड़े रहते है जो समाज और राष्ट्र के हित में हो. मंगलमान अभियान समय की मांग बताते हुए उनका कहना है कि
बड़े मंगल भंडारे में दिया गया प्रसाद पूजा के बाद का प्रसाद होता है. इसका सम्मान करें इसे नीचे ना गिरने दे, दोने पत्तल कूड़ेदान में ही डालें । मंगलमान (यानि मंगल का मान) का गठन इसी पुनीत उद्देश्य से बनाया गया है ।
हम पाप-पुण्य में विश्वास करने वाले लोग भला ऐसा कैसे कर सकते हैं, अनजाने में हमसे कदाचित ऐसी भूल होती रही । इस भूल को हम स्वयं भी सुधारें और दूसरो को भी ऐसा करने से रोककर उनका मार्गदर्शन करें ।
भण्डारा आयोजकों का सहयोग करें ताकि सबको हमारे भण्डारे से प्रेरणा मिले और लोग उसकी प्रशंसा करें ।
जल और अन्न की बर्बादी को भी रोके। वितरकों से भी आग्रह है कि वह थोड़ा थोड़ा प्रसाद ही दें ।
मंगल मान समिति, इस अभियान को और गति देते हुए अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान से जोडने के लिए अगले मंगल तक और अधिक भंडारा आयोजकों तक पहुंचने की योजना बना रही है। आप भी इस अभियान से जुडकर इस पुनीत कार्य में अपना योगदान अवश्य करें ।