डॉ मयंक कांत की टीम ने लगाया आदर्श भंडारा

बड़े मंगल के पहले मंगल को लगे भण्डारो में कुछ ऐसे भी भंडारे लगे जिन्हे हम आदर्श भंडारा कह सकते है. ऐसा ही एक भंडारा लगाया डॉ मयंक कांत और उनकी टोली ने विनय खंड -४ , गोमती नगर, आदर्श मार्किट के समीप।

मंगलमान समिति के जब डॉक्टर मयंक की टीम सदस्य उत्तम शर्मा और पूनम वर्मा से बात हुई तो उन्होंने एक व्यवस्थित भंडारा लगाने की बात कही थी. मंगलमान टोली के सदस्य डॉ हरमेश चौहान, डॉ राम कुमार, सुरेंद्र सिंह, ऐषिका मनु और शाश्वत जब वहां पहुंचे तो उन्होंने एक आदर्श भंडारे का स्वरूप पाया। भंडारे की पूरी व्यवस्था बहुत ही अच्छी एवं प्रभावी रही. कहीं पर भी गंदगी का नामोनिशान नहीं था। बच्चे और महिलाओं की अच्छी भागीदारी मिली। पंडाल में सभी जगह सुंदर सुंदर कोटेशन लगे हुए दिखे। बैठने की व्यवस्था भी थी। दोने पत्तल डालने के लिए कूड़ेदान की व्यवस्था थी जो गत्ते का डिब्बा था। लोग सभी दोने पत्तल कूड़ेदान में ही डाल रहे थे। ना तो कहीं भी अन्न की बर्बादी दिखी और ना ही था प्रसाद का अपमान। केवल था तो मंगल का सम्मान।

पूछने पर उन्होंने बताया कि भंडारे की प्लानिंग के समय ही उन्होंने स्वच्छता, सफाई, सामाजिक सरोकार से जोड़ना आदि सभी मुद्दों पर विचार कर लिया था और इसीलिए इस प्रकार की भंडारे का आयोजन कर सके।

मंगलमान अभियान से जुड़ते हुए इनकी टीम ने अगले मंगल को इसी प्रकार की व्यवस्था कम से कम 5 जगहों पर करवाने का आश्वाशन दिया।

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