ज्येष्ठ महीने का महत्व

हिन्दू कैलेंडर में ज्येष्ठ का महीना तीसरा महीना होता है. ज्येष्ठ का महीना वैशाख के महीने के बाद आता है.  माना जाता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन ही चंद्रमा ज्येष्ठा नक्षत्र में होता है. इसलिए इस महीने को ज्येष्ठ नाम दिया गया है. अंग्रेजी कैलेंडर में यह महीना हमेशा मई और जून के महीने में ही आता  है। इस महीने में सूर्य अत्यंत ताक़तवर होता है, इसलिए गर्मी भी ज्यादा होती है. सूर्य की ज्येष्ठता के कारण इस माह को ज्येष्ठ कहा जाता है. ज्येष्ठा नक्षत्र के कारण भी इस माह को ज्येष्ठ कहा जाता है. सूर्य अपने भीषण Read More

Rs 50,000 fine on ‘bhandara’ organisers by SDMC, New Delhi

Taking action on people using single-use plastic, South Delhi Municipal Corporation (SDMC) on Sunday issued a challan of Rs 50,000 to the organiser of a ‘bhandara’ in Chirag Delhi for using thermo plastic material and littering areas around it.     A senior SDMC official said that under section 15 of National Green Tribunal (NGT) for using thermo plastic material and under section 317 and 351 for littering the place. “The field staff found that organisers had not taken proper measures to collect and dispose of used plates on the road. The civic body has already issued an instruction under swachhta hi Read More

भंडारे में प्रसाद के साथ पौधों का वितरण

दिनांक 18 जून 2019 को गीतापल्ली ढाल वीआईपी रोड पर लगे भंडारे पर प्रसाद के साथ-साथ पौधों का वितरण भी किया गया। यह भंडारा श्री हरीश श्रीवास्तव उनके भाई श्री विक्की श्रीवास्तव एवं मित्रमंडली के द्वारा आयोजित किया गया था। ध्यान देने की बात यह है जेष्ठ मास के चारों बड़े मंगल के बाद यह भंडारा आयोजित किया गया। इस बाबत बात करने पर श्रीवास्तव कहते हैं कि जेठ मास के बड़े मंगल के अवसरों पर बहुत सारे लोग भंडारे लगाने लगे हैं जिससे पास पास में लगने वाले भंडारों की वजह से बहुत सारा प्रसाद बर्बाद हो जाता है Read More

11 जून के अभियान की महत्वपूर्ण बातें

-‌लखनऊ के प्रत्येक भाग में संचालित हुआ। चारो भागो में कार्यकर्ताओं ने संपर्क किया -‌लखनऊ से बहार बाराबंकी तक कार्यकर्ता गए -‌फ़ैजाबाद से भी ऑनलाइन एंट्री प्राप्त हुई जो पोर्टल की सार्थकता को सिद्ध करता है -‌कल के अभियान के पूर्व ही 60 भंडारे ऑनलाइन जुड़ चुके थे। अनुमानतः कल के अभियान में 200+ भंडारे जुड़े। -‌आयोजकों में अभियान से जुड़ने की भावना दिखी। लोग स्वतः ही फोन कर जुड़ना चाह रहे हैं। -‌जन सामान्य ने मंगलमान को सराहा और इसकी आवश्यकता को समय की मांग बताया। -‌अभियान में वरिष्ठ अधिकारियों की मार्गदर्शन के साथ ही सक्रियता रही। -‌शहर में Read More

जब हनुमान जी की मूर्ति ज्यादा प्रसन्न हो गयी

‘‘जय हनुमान ज्ञान गुण सागर’’ लाउडस्पीकर पर अमिताभ बच्चन की गायी हुई हनुमान चालीसा बज रही थी। केसरिया रंग के पंडाल के पर्दे हवा से मानो झूम कर नृत्य कर रहे थे। काउन्टर के एक तरफ हनुमान जी की फ्रेम की हुई फोटो, जिस पर माला चढ़ी थी। काउंटर के पीछे कई लोग श्रद्धालुआें को पूड़ी-सब्जी, बूंदी, शरबत व पानी बाँट रहे थे। काउन्टर के दूसरी तरफ़ लगी भीड़ में सब एक दूसरे का ध्यान आकृष्ट कर पहले भोजन पाने की चेष्टा कर रहे थे, जो भोजन पा जाता वह बड़ी मुश्किल से भीड़ के कोने तक निकलकर वहीं पर Read More

चौथे बड़े मंगल पर 250 से अधिक भंडारों पर स्वच्छता एवं पवित्रता का जागरण।

चौथे बड़े मंगल के अवसर पर भंडारों पर जाकर मंगलमान समिति के स्वयंसेवकों ने बड़े मंगल का मंगल सन्देश 250 से अधिक भंडारा आयोजकों और भक्तों के मध्य पहुंचाया और आयोजकों को अभियान से जोड़ा। आज जागरण का यह अभियान लखनऊ की सीमाओं से निकलकर बाराबंकी एवं उन्नाव तक भी पहुंचा। लखनऊ के कृष्णा नगर क्षेत्र में झुग्गी झोपडी में रहने वाले लोंगो के द्वारा एवं जानकीपुरम, सेक्टर जी, सहारा एस्टेट रोड में ईसाई समुदाय द्वारा लगाये भंडारे भी अभियान से जुड़े। जो भंडारा आयोजक रविवार तक मंगलमान पोर्टल से जुड़ गए थे उनका विवरण नगर निगम के साथ शेयर Read More

रूद्राक्ष वेलफ़ेयर सोसाइटी ने बढ़ाया मंगल का मान

सेवा है यज्ञ कुंड समिधा सम श जले… ध्येय महासागर का सरित बून्द हम बने. इन्ही पंक्तियों को चरितार्थ करती हुई भावना आजकल लखनऊ में देखने को मिल रही है. बड़े मंगल के भंडारों में जहां एक और भक्ति की प्रबल भावना देखी जा सकती है वही दूसरी और कुछ नौजवान सेवा की भावना से ओत प्रोत हो मौन तपस्वी बन कर भण्डारो के पश्चात होने वाली गंदगी को चुपचाप स्वच्छता में परिवर्तित करने का काम कर रहे है. तीसरे बड़े मंगल के अवसर पर रूद्राक्ष वेलफ़ेयर सोसाइटी के सभी कार्यकर्ताओं ने जगह जगह पर पत्तल व प्लास्टिक के गिलास Read More

बड़ा मंगल का विस्तार

जेठ के महीने में पडने वाले मंगल, बड़ा मंगल कहलाते हैं। लखनऊ की इस परंपरा में बड़े मंगल पर हनुमान जी की पूजा के साथ भंडारे लगाकर भोजन और जल की व्यवस्था भक्तजनों के लिए किया जाता है। यह परंपरा इतनी लोकप्रिय होती जा रही है कि भंडारों की संख्या में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि हो रही है। अब मंगल के अतिरिक्त शनिवार को भी भंडारे देखे जा सकते हैं।इसी मंगल भाव का विस्तार करते हुए श्री हरीश श्रीवास्तव जी 18 जून को भंडारे का आयोजन कर रहे हैं। 18 जून का मंगल जेठ के महीने के बाद पड़ Read More

भीष्म शाखा टोली द्वारा भंडारे का आयोजन

ज्येष्ठ के तृतीय बड़े मंगल को भीष्म शाखा टोली के द्वारा भव्य भंडारे का आयोजन किया गया । श्री प्रमोद जी, श्री विनोद जी, सरस्वती नगर के समरसता प्रमुख श्री शैलेश जी, शाखा कार्यवाह श्री रवि जी, प्रदीप हिन्दू जी श्री अमन Soyam Shastri, जी, श्री भग्गू जी, श्री जियाउल जी, श्री पिंटू जी, श्री बृजेश जी, एवम स्नेही स्वयंसेवक बधुओं द्वारा अति उत्साह से आयोजन किया गया।

तीसरे बड़े मंगल पर 150 से अधिक भंडारे मंगलमान अभियान से जुड़े

तीसरे बड़े मंगल के अवसर पर भंडारों पर जाकर आज मंगलमान समिति के स्वयंसेवकों ने बड़े मंगल का मंगल सन्देश भंडारा आयोजकों और भक्तों के मध्य पहुंचाया। लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने मंगलमान डॉट इन वेबसाइट का लोकार्पण किया था जिसके माध्यम से भंडारा आयोजकों को अपना विवरण देने को कहा गया था। जिन भंडारा आयोजकों का विवरण रविवार सायं तक प्राप्त हुआ उन स्थानों पर नगर निगम से समन्यवय कर सफाई की व्यवस्था भी की गई। मंगल मान समिति के संयोजक डॉ राम कुमार कुमार तिवारी ने बताया कि 150 से अधिक भंडारों पर जाकर कार्यकर्ताओं ने Read More