लखनऊ में बड़े मङ्गल की परम्परा अत्यन्त प्राचीन है। ज्येष्ठ मास के बड़े मङ्गल की अपनी एक विशेष महत्ता है क्योंकि इनकी पूजा अर्चना से लोगों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

२०२१ का तीसरा बड़ा मंगल १५ जून को पड़ रहा है। इस दिन जेष्ठ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है और चन्द्रमा कर्क राशि में। स्थित है। अश्लेषा नक्षत्र है जिसके नक्षत्रपति शिव हैं। इस प्रकार का योग बहुत ही दुर्लभ होता है और इस दिन गण्ड योग है।यह स्थिति देश का पेट भरने वाले किसानों के लिए सुखद संयोग लेकर आ रही है। कृषि कार्य के लिए यह समय बहुत ही उत्तम रहेगा। इसमें प्रलयंकारी घटनाओं की समाप्ति हो सकती है। सामाजिक और जनहित के कार्य होने का योग बन रहा है।

संतान सुख की प्राप्ति एवं कष्ट से निवारण हेतु ज्येष्ठ के मङ्गल का विशेष महत्त्व है।

सच्चे मन और आस्था से पूजा करने वालों को बल, बुद्धि, विद्या एवं महालक्ष्मी की प्राप्ति होती है। इसी मान्यता और परंपराओं के चलते ज्येष्ठ माह के सभी मङ्गलवार को श्रद्धालु बड़ा मङ्गल ही मानकर विशेष पूजा अर्चना करते हैं।